
By उदय इंडिया ब्यूरो
हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस सशंकित दिख रही है। मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व में पिछले 10 सालों से हरियाणा में शासन कर कांग्रेस के लिए यह विधानसभा चुनाव किसी अग्रिपरीक्षा से कम नहीं है। हुड्डा के लिए पार्टी में एकजुटता बनाए रखना मुश्किल साबित हो रहा है। आपसी गुटबाजी और अंदरूनी कलह कांग्रेस के लिए खतरनाक होती जा रही है। हुड्डा पर लगने वाले भ्रष्टाचार के आरोप और राज्य की चरमराती कानून-व्यवस्था ने राज्य में अराजकता का माहौल बना दिया है। दलितों पर अत्याचार, बलात्कार और मेवाती गिरोहों का दिल्ली तक आतंक कांग्रेस प्रशासित हरियाणा की कहानी बताने के लिए काफी है।
हरियाणा में कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी मुश्किल साबित हो रही है सरकारी देखरेख में हो रही जमीन घोटाले। रॉबर्ट वाड्रा के मामले में जिस तरह से कानून को ताक पर रखकर हुड्डा ने कौडिय़ों के दाम से जमीन उपलब्ध कराए, उससे उन पर यह आरोप लगे हैं कि कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी को खुश करने के लिए हुड्डा ने यह खेल खेला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा में अपने चुनाव प्रचार के दौरान वाड्रा के संलिप्तता वाली जमीन घोटाले का मुद्दा उठाया। इस पर पलटवार करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी हर बात को सनसनीखेज बनाकर उसे राजनीतिक रंग दे देते हैं। हुड्डा सरकार द्वारा वाड्रा और डीएलएफ के बीच भूमि सौदों को आनन-फानन में मंजूरी दी गई। इस पर मोदी ने कहा कि हुड्डा सरकार जानती है कि चुनाव के बाद दामाद के अवैध सौदों को मंजूरी नहीं मिलेगी, इसलिए चुनाव प्रक्रिया के बीच में ही उन्होंने ऐसा करने का दुस्साहस किया है।
90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए 15 अक्टूबर को चुनाव होने हैं। इसके लिए हर पार्टियां अपने चुनावी अभियानों को तेज कर चुकी है। इंडियन नेशनल लोकदल के सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला भी जमानत पर निकलकर चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। ओम प्रकाश चौटाला को हरियाणा में शिक्षक भर्ती घोटाले के कारण अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई है। चौटाला ने अपने समर्थकों से कहा कि अगली सरकार इनलोद की ही बनेगी, भले ही उन्हें तिहाड़ जेल से शपथ लेनी पड़े। दूसरी तरफ सीबाआई ने अदालत से चौटाला से की जमानत रद्द करने की मांग की है। सीबीआई का कहना है कि स्वास्थ्य के आधार पर जमानत पर बाहर निकले चौटाला चुनावी रैलियां कर जमानत की शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं।
चुनाव बाद इनलोद से गठबंधन की संभावनाओं को खारिज करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मुझे ऐसे लोगों के समर्थन की जरूरत नहीं जो जेल में बंद हैं। चौटाला का बयान प्रदेश में वंशवादी राजनीति और भ्रष्टाचार में लिप्त बाहुबलियों के समर्थन से चलने वाली परिवार की राजनीति का जीता-जागता उदाहरण है। हरियाणा में हुड्डा के उपर जमीन सौदों में फर्जीवाड़े के साथ ही जमीनों पर अवैध कब्जे करने वाले बाहुबलियों को पश्रय देने का आरोप लगता रहा है। मोदी ने हरियाणा में चुनाव प्रचार के दौरान कहा – ”बाहुबलियों का खौफ क्या होता है और संपत्ति पर कब्जे कैसे होते हैं, मुझे यहां आने के बाद पता चला।’’
केन्द्र की वत्र्तमान सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने लोकसभा चुनावों के दौरान लोगों को बहकाया था। इस तरह से माहौल बनाया गया था कि सिर्फ नरेन्द्र मोदी ही सभी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। आज आलू के क्या दाम हैं, प्याज के क्या दाम हैं यह किसी से छिपी नहीं है। महंगाई के लिए केन्द्र की भाजपा सरकार जिम्मेदार है। कांग्रेस ने लोगों को सूचना का अधिकार और खाद्य सुरक्षा दिया। सभी पार्टियां आपके पास आएंगी, लेकिन आपको निर्णय करना है कि कौन सच बोल रहा है।
भूपिंदर सिंह हुड्डा, मुख्यमंत्री
राज्य में वंशवाद की राजनीति चल रही है। जो भी सत्ता में आया, उसके परिवार ने राज्य में शासन किया। उन्होंने वंशवाद के नाम पर राजनीति कर सिर्फ अपने परिवार की सुध ली, जनता को भूला दिया। इस वंशवाद की प्रवृत्ति से लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा हुआ है। जो लोग तिहाड़ जेल से शपथ लेने का सपना देख रहे हैं, ऐसे लोगों के समर्थन की मुझे आवश्यकता नहीं है। जिस तरह से हुड्डा सरकार ने जल्दबाजी में जमीन के सौदों की मंजूरी दी, उससे मैं समझता हूं कि हुड्डा पर शीर्ष नेतृत्व से ऐसा करने के लिए दबाव डाला गया होगा। वे जानते हैं कि चुनाव के बाद दामाद के अवैध सौदों को मंजूरी नहीं मिलेगी, इसलिए चुनाव प्रक्रिया के दौरान ही उन्होंने ऐसा करने का दुस्साहस किया।
नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री, भारत
भाजपा को रोकने के लिए जदयू के अध्यक्ष शरद यादव और नीतिश कुमार इनलोद के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। अपने अश्लील गानों से सुर्खियों में आए और आज बॉलीवुड के जाने-माने गायक बन चुके हनी सिंह इनलोद के लिए प्रचार कर रहे हैं। इनलोद ने युवाओं को आकर्षित करने के लिए हनी सिंह का एक विडियो भी जारी किया है। भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि जब तक भगवा दल को हरियाणा विधानसभा चुनावों में स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता, तब तक राज्य का विकास नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा। इसे सत्ता से उखाड़ फेंकने का वक्त आ गया है।
इस बार इनलोद की सरकार बनेगी और जरूरत पड़ी तो मैं तिहाड़ जेल से शपथ ग्रहण करूंगा। कांग्रेस सरकार ने यह सोचकर मुझे जेल भेजा था कि इनलोद का संगठन कमजोर हो जाएगा, लेकिन हमारे कार्यकत्र्ताओं के हौसले ने कांग्रेस के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। मैं जेल जाने से नहीं डरता। अगर तीन हजार लोगों को रोजगार देना पाप है तो अगली बार मैं तीन लाख लोगों को रोजगार दूंगा।
ओम प्रकाश चौटाला, इनलोद सुप्रीमो
यह सही है कि राज्य में विकास के लिए केन्द्र के साथ उसके संबंध मधुर और सहयोगात्मक होने चाहिए। इधर पिछले दशक में राजनैतिक कारणों से जिस तरह राज्यों और केन्द्र के बीच रिश्ते तल्ख बने हैं, वह लोकतंत्र के लिए कदापि सही नहीं कहे जा सकते। भाजपा शासित राज्य यूपीए सरकार पर उनकी अनदेखी का आरोप लगाते रहे हैं, जबकि कांग्रेस शासित राज्यों में नित नए भ्रष्टाचार और घोटाले होते रहे। अब जबकि केन्द्र में भाजपा की सरकार है, कांग्रेस शासित राज्य केन्द्र के साथ सहयोगात्मक रवैया अपनाने से कतरा रहे हैं। ऐसे में राज्यों में विकास के लिए स्पष्ट बहुमत और लचीले रूख वाली पार्टी का सत्ता में आना नितांत आवश्यक है।