
एक नेताजी से दर्द-ए-हालात संभला नहीं तो मियां उखड़ पड़े। बोले ‘सिर पर जो ये चांद नजर आता है, वो नाई ने नहीं बनाए हैं।’ अब आप सुनिए! चप्पल सड़क पर नेतागिरी करके बिना सोल की हो गई तो राजनीति में सिर खपाते-खपाते सिर के बाल उड़ गए। नेताजी का मिजाज देखकर अपना भेजा ‘फ्राई’ हो गया। वह एक कम उम्र के युवा नेता पर फफक पड़े थे। हुआ दरअसल यह कि एक नेताजी के यहां समारोह था। उसमें कुछ संघियों के साथ-साथ दो चार ढ़ंग के भाजपा नेता पहुंच गए। चांद वाले नेताजी बता रहे थे कि मोदी के कामकाजी तरीके में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। विरोधी से ज्यादा अपने परेशानी बन रहे हैं। युवा चेहरा सहमत नहीं था और ‘ज्ञान’ ठेलने लगा। बस फिर क्या था, नेताजी भड़क गए।