
पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव हो रहे हैं और इस विधानसभा चुनाव को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि परिवर्तन की गुंजाइश बढ़ती जा रही है। भाजपा ने सीधे तौर पर ऐलान भी कर दिया है: अबकी बार दो सौ पार। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को भी यहां स्टार प्रचारक के रूप में भेजा गया है, जो लगातार मोदी सरकार की उपलब्धियों को यहां की जनता तक पहुंचाने में लगे हुए हैं। डॉ. नरोत्तम मिश्रा से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विशेष बातचीत की संजय सिन्हा ने।प्रस्तुत है इस बातचीत के प्रमुख अंश।
दीदी लगातार कह रही हैं कि बाहरी लोग यहां आकर आतंक मचा रहे हैं और बंगाल की जनता को बरगला रहे हैं। इसपर आप क्या कहना चाहेंगे?
हम कतई बाहरी नहीं हैं। हम तो भारत के ही रहने वाले हैं। अगर दीदी को हम बाहरी नजर आ रहे हैं तो ये उनका दृष्टि-भ्रम है। उन्होंने पिछले दस सालों में क्या किया, इसे यहां की जनता भलीभांति जानती है। विकास के नाम पर पब्लिक को बेवकूफ बनाया गया। अब भाजपा ने जब इसके खिलाफ आवाज उठानी शुरू की तो उन्हें सभी भाजपा नेता बाहरी लगने लगे। आतंक तो उन्होंने फैला रखा है बंगाल में। हम तो यहां आकर विकास की बात कर रहे हैं, जनता के कल्याण की बात कर रहे हैं।
बंगाल की जनता क्या कह रही है आपसे?
यहां की जनता ममता बनर्जी सरकार से त्रस्त है और त्राहिमाम की स्थिति है। भय और आतंक के कारण कोई आवाज नहीं उठा पा रहा था। अब, जब भाजपा का साथ मिला तो सभी ने अपनी आवाज उठानी शुरू कर दी है। मैंने यहां के गांव-गिराम और दूर-दराज के इलाकों में जाकर देखा, तो यही लगा कि ममता सरकार का खौफ इन पर सवार है, लेकिन अब ये लोग बेखौफ होकर अपने हक और हुकूक की बात करने लगे हैं, क्योंकि भाजपा ने इन्हें हिम्मत दी है।
गृहमंत्री अमित शाह कह रहे हैं – अबकी बार 200 पार यानी दो सौ से ज्यादा सीटें मिलेंगी भाजपा को। आपको क्या लगता है?
अमित शाह मुझसे बहुत ज्यादा अनुभवी हैं। यही वजह है कि उन्हें भाजपा का ‘चाणक्य’ भी कहा जाता है, इसलिए उनकी ये बात सोलह आने सच होगी। भाजपा को दो सौ से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल होगी और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी।
इतने दावे के साथ ये बातें क्यों कही जा रही हैं? सरकार तो ममता बनर्जी की भी बन सकती है, संयुक्त मोर्चे की भी बन सकती है।
यहां की जनता ने सबको देख लिया है। चौंतीस सालों तक वामफ्रंट ने सरकार चलाई, पिछले दस वर्षों से तृणमूल कांग्रेस की सरकार है, लेकिन विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। यहां के लोगों को ना तो रोजगार मिला, ना बुनियादी सुविधाएं मिलें। और तो और, केंद्र सरकार की परियोजनाओं को भी यहां लागू नहीं किया गया। अगर लागू किया जाता तो उन्हें काफी हद तक राहत मिलती। भाजपा,बंगाल को फिर से ‘सोनार बांग्ला’ बनाना चाहती है।
‘सोनार बांग्ला’ बनाना क्या संभव होगा बंगाल को? ममता बनर्जी तो कह रही हैं कि आप लोग बंगाल की संस्कृति को खत्म कर रहे हैं। उन्होंने तो यहां तक कहा कि बंगाल को गुजरात नहीं चला सकता, बंगाल को बंगाल ही चला सकता है। क्या कहना चाहेंगे?
निश्चित तौर पर ‘सोनार बांग्ला’ बनाएंगे बंगाल को। आप खुद देखेंगे। हम लोग तो बंगाल के लोगों को लेकर ही हर काम कर रहे हैं। ना हम बाहरी हैं और ना यहां जो लोग उम्मीदवार हैं या भाजपा से जुड़े हुए हैं, वो लोग बाहरी हैं। हम सभी इसी देश के हैं। बंगाल की संस्कृति को हम कतई खत्म नहीं होने देंगे। यहां की संस्कृति हमारी ताकत है, यहां के लोग हमारी शक्ति हैं। हम चाहते हैं कि बंगाल एक नई ताकत के रूप में उभरे और राष्ट्रवाद की दिशा में आगे बढ़े।
माइनॉरिटी के लोग यहां भाजपा से काफी डरे हुए हैं। उन्हें लग रहा है कि अगर भाजपा की सरकार बनती है तो उनका काफी नुकसान होगा।
उनमें इस तरह का भ्रम फैलाया जा रहा है। भाजपा हमेशा- सबका साथ, सबका विकास की राह पर आगे बढऩा चाहती है। सबको, सबका हक मिलेगा। विपक्षी दलों के लोग माइनॉरिटी से जुड़े लोगों को बरगला रहे, उनमें गलत बातें भर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी सबके लिए सोच रहे हैं।
जय श्री राम के नारों से कुछ तबके के लोगों को परेशानी हो रही है। सरकारी कार्यक्रमों में भी जय श्री राम के नारे लगने लगते हैं। और तो और, दीदी को भी काफी गुस्सा आता है।
श्रीराम तो हमारी भारतीय संस्कृति का एक हिस्सा हैं। इससे श्री राम को अलग नहीं किया जा सकता। इस नाम से भारतवासियों की आस्था जुड़ी हुई है। ममता दीदी को अगर बुरा लगता है तो लगे। उन्हें भी चंडी पाठ नहीं करना चाहिए, खुद को हिन्दू नहीं बोलना चाहिए।
संजय सिन्हा