
श्री अग्रवाल ने कहा कि तीन मई को कोविड मरीजों की संख्या कुल संक्रमित लोगों का 17 दशमलव एक-तीन प्रतिशत थी जो अब आठ दशमलव आठ-चार प्रतिशत रह गई है। इसी तरह इस अवधि में स्वस्थ होने की दर 81 दशमलव आठ प्रतिशत से बढ़कर नब्बे प्रतिशत तक पहुंच गई है।
कोविड जांच के बारे में संयुक्त सचिव ने कहा कि जल्दी पहचान के लिए सरकार ने पिछले 15 सप्ताह में जांच की संख्या बढ़ाई। देशभर में कोविड जांच की संख्या तीन दशमलव एक गुणा बढ गई है। संयुक्त सचिव ने स्पष्ट किया कि संक्रमित लोगों और कोविड से मृत्यु के अनुमान संबंधी मीडिया की रिपोर्ट पूरी तरह निराधार और झूठी हैं। उन्होंने कहा कि कोविड से मृत्यु की रिपोर्ट और पंजीकरण के बारे में देश में व्यवस्थित प्रणाली है। रिगार्डिंग द इश्यू कि कोविड रिलेटिड डेथ कोई कंसील हो रही हैं। यह क्वेश्चन ही एराइज़ नहीं होता क्योंकि शुरू से ही हमारा एफर्ट रहा है कि स्टेट गवर्नमेन्ट और गवर्नमेन्ट ऑफ इंडिया एक ट्रांसपेरेंट तरीके से सारी कोविड पॉजि़टिव केसेज़ हों, जितने टेस्ट किये जा रहे हैं और जितनी डेथ हों उनको रिपोर्ट करें। यह जरूरी है। ताकि हम ओवरऑल इन्फेक्शन की ट्रेजेट्री को समझ सकें, इन्फेक्शन के कंट्रोल के लिये क्या एफर्ट्स करने हैं उनके लिये हम रिक्वायर्ड एक्शन ले सकें।