
भारतीय रिजर्व बैंक ने सूक्ष्म वित्त के विनियमन पर एक परामर्शदायी दस्तावेज जारी किया है। यह दस्तावेज सूक्ष्म वित्त के क्षेत्र में विभिन्न कर्जदाताओं को नियमों से तालमेल बनाए रखने का मार्गदर्शन देता है। दस्तावेज के प्रमुख प्रस्तावों में सभी विनियमित संस्थाओं के लिए सूक्ष्म वित्त की सामान्य परिभाषा और कर्ज के वापस भुगतान को कर्ज दाता की आय के अनुपात में सीमित करना शामिल हैं।
दस्तावेज में पारिवारिक आय के आंकलन की बोर्ड अनुमोदित नीति की भी सिफारिश की गई है। विनियमित कर्ज दाता संस्थाओं को अपनी वेबसाइट पर पारदर्शी तरीके से न्यूनतम, अधिकतम और औसत ब्याज दरों की जानकारी देने के भी निर्देश दिये गये हैं