
केन्द्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में आज पूर्वोत्तर के सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों में कोविड महामारी की स्थिति की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान कोविड मरीजों, मृत्युदर, संक्रमण दर और टीकाकरण की स्थिति तथा रूझान पर चर्चा हुई। इस बात पर चिंता जताई गई कि देश में दस प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर वाले 73 जिलों में से 46 जिले पूर्वोत्तर राज्यों में है। बैठक में इन जिलों में नियंत्रण के कड़े उपाय किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
केन्द्रीय गृह सचिव ने जांच, निगरानी, उपचार, टीकाकरण और कोविड अनुकूल व्यवहार की पांच सूत्री नीति का पालन करने पर बल दिया। पूर्वोत्तर के राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को जिला और शहर स्तर पर स्थिति की कड़ी निगरानी का परामर्श दिया गया। यह सुझाव भी दिया गया कि जहां कही संक्रमण बढ़ने के शुरूआती संकेत नजर आएं वहां समय से उपाय किये जाने चाहिये। जिन जिलों की पहचान अधिक कोविड रोगी वाले जिले के रूप में की गई है और जहां कोविड बिस्तरों पर मरीजों की संख्या भी अधिक है, वहां कड़े उपाय करने के निर्देश दिए गए। कोविड अनुकूल व्यवहार को सख्ती से लागू करने पर भी बल दिया गया। यह सलाह भी दी गई कि राजनीतिक दलों के नेताओं और नागरिक संगठनों को भी कोविड नियंत्रण के उपायों में शामिल किया जाए।