ब्रेकिंग न्यूज़ 

महाराष्ट्र के बागी विधायकों का परिवार खतरे में, सुरक्षा हुई वापस, शिवसैनिकों का हमला जारी

महाराष्ट्र के बागी विधायकों का परिवार खतरे में, सुरक्षा हुई वापस, शिवसैनिकों का हमला जारी

मुंबई: महाराष्ट्र के बागी शिवसेना नेताओं के परिजनों पर खतरा मंडरा रहा है। उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई है। जिसकी वजह से गुवाहाटी में मौजूद ये विधायक चिंतित हैं। इसे देखते हुए बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल और महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक को चिट्ठी लिखी है। जिसमें कहा गया है कि ‘दुर्भावनापूर्ण तरीके से 38 विधायकों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा वापस ले ली गई है। सरकार उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है।’

उधर उद्धव ठाकरे के नजदीकी शिवसेना नेता संजय राउत ने बागी विधायकों के परिवारों की सुरक्षा वापस लेने के जायज ठहराया है। उनका कहना है कि ‘आप एक विधायक हैं इसलिए आपको सुरक्षा मिली है। आपके परिवार के सदस्यों को वैसी ही सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा सकती।’

लगातार धमकी दे रहे हैं संजय राउत

शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत लगातार बागी विधायकों को धमकियां दे रहे हैं। एक निजी चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि ‘तलवारें और बंदूकें उठेंगी। हम ‘नामर्द’ हैं क्या। शिवसेना में आग है… आग ही रहना चाहिए।’

फाइल फोटो

संजय राउत ने शिवसैनिकों के हंगामे को जायज ठहराते हुए कहा है कि ‘अभी शुरुआत हुई है।’

बागियों पर शिवसेना कार्यकर्ताओं का हमला जारी

इस बीच एकनाथ शिंदे के समर्थक विधायक 58 वर्षीय तानाजी शिंदे के कार्यालय में तोड़फोड़ की खबर आ रही है। उनके बिजनेस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है।

हाल ही में शिवसेना सांसद संजय राउत ने धमकी दी थी कि शिवसैनिक भड़क गए तो आग लग जाएगी।

पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस को भी धमकी

संजय राउत ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को भी धमकी दी है। उन्होंने कहा कि ‘हमें पता है कि एक बार विधायक मुंबई वापस आएंगे तो वे हमारे पक्ष में आ जाएंगे। मैं देवेंद्र फडणवीस को सलाह देता हूं कि इस मामले में न पड़े और जो कुछ गरिमा बची है उसे बचाएं। हम एक-दूसरे को चुनाव में देखेंगे।’

फाइल फोटो

इस बीच देवेंद्र फडणवीस के घर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। उनके घर पर पहले की अपेक्षा दोगुनी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया है। एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में हिंसा और कानून-व्यवस्था बिगड़ने के डर के चलते निषेधाज्ञा लागू की गई है। जो कि 30 जून तक जारी रहेंगी। इस दौरान लाठियां, हथियार रखना पोस्टर, पुतला जलाने पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। इसके साथ ही नारेबाजी या स्पीकर पर गाने चलाने की भी मनाही कर दी गई है।

उद्धव सरकार में बिजली मंत्री नितिन राउत ने भी बयान दिया है। कि “अगर शिवसेना को कुछ होता है, तो मुंबई जल जाती है। ठाकरे के खिलाफ इस तरह की बगावत को कोई भी शिवसैनिक हल्के में नहीं ले सकता और वे किसी भी रूप में अपना गुस्सा जाहिर कर सकते हैं। नितिन राउत ने कहा कि ‘जिस तरह का विद्रोह शिवसेना ने देखा है, कोई भी सैनिक इस विद्रोह को सामान्य रूप से नहीं लेगा और वे इसे पचा भी नहीं सकते। इसे किसी भी रूप में व्यक्त किया जा सकता है।’

यह सब साफ तौर पर बागी विधायकों के लिए चेतावनी है। महाराष्ट्र सरकार पर मंडरा रहा संकट जितना ज्यादा गहरा होगा। हिंसा की आशंका और बढ़ती जाएगी।

ये भी पढ़ें- हाई अलर्ट पर महाराष्ट्र पुलिस

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.