
म्यूनिख: प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी दो दिनों के जर्मनी दौरे पर हैं। वह जी-7 की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं। इस यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात 12 से ज्यादा वैश्विक नेताओं से होगी और उनका 15 विशिष्ट कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की योजना है।
मोदीमय हुआ म्यूनिख
प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के जिस किसी हिस्से में पहुंचते हैं। वहां का माहौल उनके अनुरूप ढल जाता है। जर्मनी में भी यही हो रहा है। वहां के समाचार पत्र और टेलीविजन पीएम मोदी की यात्रा की खबरों से भरे पड़े हैं।
म्यूनिख पहुंचते ही उनका स्वागत प्रसिद्ध बवेरियन बैंड ने किया। फिर प्रतिष्ठित ऑडी डोम में अप्रवासी भारतीयों ने अपने प्रधानमंत्री का जबरदस्त स्वागत किया। जर्मनी में मौजूद भारतीयों ने शुद्ध देशी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। प्रधानमंत्री मोदी भी विदेशी सरजमीं पर मौजूद अपने देशवासियों से बहुत गर्मजोशी से मिले।
डिजिटल भारत के बारे में दुनिया को बताया
प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश में रह रहे भारतीयों को देश की वर्तमान उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “पहले, भारत एक गुलाम था। लेकिन अब 21वीं सदी में, उद्योग 4.0 में, भारत नेतृत्व करने के लिए है। 40% डिजिटल लेनदेन भारत में हो रहा है। भारत उन देशों में से एक जहां डेटा सबसे सस्ता है। COVID-19 महामारी के दौरान COWIN पोर्टल पर 110 करोड़ पंजीकरण किए गए हैं। 12-15 लाख ट्रेन टिकट ऑनलाइन बुक किए जा रहे हैं। ड्रोन तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।”
तकनीक से खेती हुई आसान
पीएम मोदी ने दुनिया को बताया कि भारत की पारंपरिक खेती अब पहले जैसी नहीं रही। बल्कि उसमें भी जबरदस्त तकनीक का प्रयोग हो रहा है। प्रधानमंत्री ने बताया कि “आपको जानकर हैरानी होगी कि ड्रोन की मदद से उर्वरकों का भी इस्तेमाल किया जाता है। आज भारत – ‘चलता है, ऐसे ही चलेगा’ मानसिकता से बाहर आ गया है। आज का भारत इस ‘करना है, करना ही है, और समय पर करना है।’ इस पर काम कर रहा है। आज हम पुराने रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं और नए बना रहे हैं। 2016 में, हमने पेट्रोल में 10% इथेनॉल मिश्रण का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा था। हमने इस लक्ष्य को पांच महीने पहले हासिल किया था।”
भारत पर दुनिया का भरोसा बढ़ा
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि “भारत में, कपास और हथकरघा उत्पादों के उत्पादन में 55% की वृद्धि हुई है। पिछले साल हमने अब तक का सबसे अधिक निर्यात किया था। यह इस बात का प्रमाण है कि एक तरफ, हमारे निर्माता नए अवसरों के लिए तैयार हैं, जबकि दुनिया है हमें आशा और विश्वास के साथ देख रही है।”
पीएम मोदी ने कोविड से निपटने के लिए भारत की कोशिशों की सराहना करते हुए कहा कि “अब जब मैं आपसे बात कर रहा हूं, तो COVID के टीके 1.96 बिलियन को पार कर गए हैं। आज, भारत में 90 प्रतिशत वयस्कों ने वैक्सीन की दोनों खुराक प्राप्त कर ली हैं। 95 प्रतिशत वयस्क वे हैं जिन्होंने कम से कम एक खुराक ली है। यह वही भारत है, जहां कुछ लोग कह रहे थे कि सवा सौ करोड़ आबादी को टीका लगाने में 10-15 साल लगेंगे। भारत अब तैयार है। भारत अधीर है, प्रगति के लिए, विकास के लिए, भारत अपने सपनों के लिए, अपने सपनों को पूरा करने के लिए अधीर है। हर भारतीय का साहस भारत की सबसे बड़ी ताकत है।”
दुनिया के ताकतवर देशों के बीच मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी-7 समूह के देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात करने के लिए जर्मनी गए हुए हैं। यह दुनिया के सात सबसे अमीर देशों का समूह है जिसके अध्यक्ष का पद फिलहाल जर्मनी के पास है। इसमें ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका जैसे देश शामिल है।
इस बार की बैठक में अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों को भी आमंत्रित किया गया है। पीएम मोदी से मुलाकात करने के लिए जी-7 की इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी पहुंचे हुए हैं। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में पीएम मोदी का ही दौरा है।
जर्मनी के बाद UAE का दौरा
जर्मनी के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात की तरफ रुख करेंगे। जहां के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान का हाल ही में देहांत हो गया है। वह उनके निधन पर शोक व्यक्त करने पहुंचेंगे।
इसके अतिरिक्त पीएम मोदी अबू धाबी में यूएई के नए राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ एक मुलाकात भी करेंगे। यह मुलाकात 28 जून को तय की गई है।