
हैदराबाद: भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हैदराबाद में चल रही है। इस बैठक में पार्टी का राजनीतिक प्रस्ताव पास किया गया। यह प्रस्ताव गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने रखा। जिसका समर्थन कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने किया। इस प्रस्ताव की खास बात ये रही कि अमित शाह ने देश भर में अगले 40 साल तक के लिए भाजपा सरकार को जरूरी बताया।
बाद में प्रेस कांफ्रेन्स में इस राजनीतिक प्रस्ताव के बारे में हिमंता बिस्वा सरमा ने विस्तार से जानकारी दी।
शिव की तरह अपमान का विष पीते रहे पीएम मोदी
गुजरात दंगे पर सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक निर्णय दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जो आरोप दंगों का जो लगाया गया था, सुप्रीम कोर्ट के फैसले से वह पूरी तरह गलत साबित हुआ। क्योंकि दंगों के आरोप राजनीति से प्रेरित थे।
देश का इतना बड़ा नेता पिछले 18-19 साल से झूठे आरोपों को चुपचाप बर्दाश्त करता रहा। पीएम मोदी ने अपने सभी दुखों को भगवान नीलकंठ की तरह अपने गले में धारण किया और कुछ नहीं कहा। आज सत्य चमकता हुआ सामने आ रहा है। मोदी जी बेदाग साबित हुए।
भाजपा विरोधी राजनीतिक दलों, राजनीतिक विचारधारा वाले पत्रकार और कुछ एनजीओ के त्रिकोण ने मिलकर नरेन्द्र मोदी के खिलाफ साजिश रची।
मोदी जी ने एसआईटी की पूछताछ का सामना किया और अपमान सहने के बावजूद संविधान के प्रति अपनी निष्ठा के कारण चुप्पी साधे रखी। लेकिन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल का सामना करने वाला विपक्ष का नेता आज देश में अराजकता फैला रहा है।
गांधी परिवार बुरी तरह डरा हुआ है
देश में विपक्ष बिखरा हुआ है। कांग्रेस में लोकतंत्र की स्थापना के लिए उसके सदस्य जूझ रहे हैं। लेकिन गांधी परिवार डर के कारण अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं करवा रहा है। कांग्रेस को मोदीफोबिया हो गया है। यह पार्टी देशहित के हर निर्णय के विरोध में जुटा हुआ है। कांग्रेस पार्टी लगातार हताशा और निराशा में है।
कांग्रेस पार्टी ने सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक, धारा 370 हटाने, जीएसटी, आयुष्मान भारत, योग, कोरोना वैक्सीनेशन, सीएए, ट्रिपल तलाक कानून हटाने, राम मंदिर, आजादी के अमृत महोत्सव का विरोध जैसे देशहित के कदमों का विरोध किया।
कांग्रेस की राजनीति एक परिवार की जागीर बनी हुई है। लेकिन भाजपा राजनीति को सेवा का माध्यम समझती है। देश में राजनीतिक हिंसा खत्म होना चाहिए।
पीएम मोदी के शासन काल में दो बार राष्ट्रपति चुनने का मौका आया है। जिसमें से एक बार दलित और दूसरी बार जमीन से जुड़ी महिला आदिवासी का चुनाव किया गया।
मोदी सरकार ने देश को मजबूत बनाया
पीएम मोदी के नेतृत्व में बाहरी और आंतरिक सुरक्षा मजबूत हुई है। रक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार हुए हैं। धारा 370 को हटाकर जम्मू कश्मीर को देश का वास्तविक अंग बनाया है।
सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना सराहनीय है। सेना के मजबूती देने के लिए सीडीएस का पद सृजित किया गया। वन रैंक वन पेंशन योजना लाई गई। तीन हजार से ज्यादा रक्षा उपकरणों की जरुरत को पूरा किया गया। रक्षा क्षेत्र के निर्यात में 6गुना वृद्धि हुई है।
जनता को गंदी राजनीति से बचाया
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा एक के बाद एक चुनाव जीत रही है। पहले चुनाव जातिवाद,परिवारवाद और तुष्टिकरण के आधार पर लड़ा जाता था। क्षेत्रवाद भी चरम था। लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में इस तरह के नासूर से हमें मुक्ति मिली है।
आज चुनाव राजनीतिक प्रदर्शन और विकास के आधार पर लड़े जा रहे हैं। यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के चुनाव इसी बात का संकेत देते हैं। निकाय चुनाव और उपचुनाव में भी भाजपा एकतरफा जीत हासिल कर रही है।
पिछले 8 सालों में मोदी सरकार के शासन काल के दौरान भ्रष्टाचार, क्षेत्रवाद, लचर प्रशासनिक व्यवस्था से मुक्ति हासिल हुई है।
पूरे देश में 40 साल तक भाजपा सरकार जरूरी
असम में भाजपा की विजय पूर्वोत्तर में भाजपा की स्थायी उपस्थिति का प्रतीक है। मणिपुर में भी भाजपा की दोबारा सरकार बनी है। आज पूर्वोत्तर भारत भाजपा के गढ़ के तौर पर स्थापित हो चुका है।
पश्चिमी बंगाल और तेलंगाना में भी परिवारवाद की राजनीति से मुक्ति मिलेगी। बंगाल, केरल, तेलंगाना, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु में भी भाजपा की सरकार बनेगी।
सुरक्षित और समृद्ध भारत के लिए अगले 30 से 40 साल तक देश और राज्यों में भाजपा की सरकार होनी जरुरी है।
पीएम मोदी के नेतृत्व में हासिल हुईं बड़ी उपलब्धियां
भारत में अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर देखा जाए तो गरीबी 22 फीसदी से घटकर 10 फीसदी तक आ गई है। स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में भारत 2026 तक दुनिया के 5 प्रमुख देशों में आ जाएगा।
वैश्विक परिदृश्य पर भारत के उभरते नेतृत्व पर भी अमित शाह ने अपना नजरिया रखा। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ग्लोबल लीडर बना है। आज दुनिया के सभी राष्ट्राध्यक्ष पीएम मोदी की तरफ आशा भरी निगाहों से देखते हैं। भारत की विदेश नीति देश हित में बनी है।
पर्यावरण, सौर उर्जा, आतंकवाद जैसे वैश्विक मुद्दे पर आज भारत की राय सबसे अहमियत रखती है। आज दुनिया के लगभग सभी देश योग को अपना चुके हैं।
आजादी के अमृत महोत्सव की तैयारी
भारतीय जनता पार्टी ने आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने के लिए तीन मुख्य कार्यक्रमों का ऐलान किया है-
– पहला तो सभी नामी और गुमनाम आजादी के सिपाहियों का सम्मान किया जाएगा।
– दूसरा सभी सरकारों के अच्छे कार्यों को जनता के सामने रखा जाएगा।
– तीसरा कि आजादी के अमृत काल में यह संकल्प लिया जाए कि भारत फिर से विश्वगुरु के पद पर आसीन हो सके।
हालांकि अमित शाह ने ये भी कहा कि विपक्ष हमारी इस पहल का भी मखौल उड़ा रहा है, लेकिन जनता ने उन लोगों को नकार दिया है।
अमित शाह द्वारा प्रस्तुत किए गए भाजपा के राजनीतिक प्रस्ताव में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले, आदिवासी और महिला उम्मीदवार को राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंचाने जैसे कई मुद्दे रखे गए। इस पर भाजपा पदाधिकारियों के बीच चर्चा हुई। जिसके बाद सर्व सम्मति से इसे पास किया गया।
हैदराबाद से दीपक रथ