ब्रेकिंग न्यूज़ 

शिंजो आबे के दिल में बसता था भारत

शिंजो आबे के दिल में बसता था भारत

नई दिल्ली: शिंजो आबे के जिस दिल को हमलावर ने गोलियों से छलनी कर दिया। उस दिल में भारत के लिए अथाह प्यार था। बाद में अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

शिंजो आबे की हत्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए निजी तौर पर बेहद दुखद है। क्योंकि दोनों के बीच बेहद करीबी रिश्ता था।

शिंजो को था भारत से बेहद प्यार

शिंजो आबे जापानी प्रधानमंत्री नोबुसुके किशी की तीसरी पीढ़ी से आते हैं। उनके दादा ने जवाहरलाल नेहरु के जमाने में भारत की यात्रा की थी। वह अपने साथ बहुत सी खूबसूरत यादें लेकर जापान लौटे थे। नन्हे शिंजो ने अपने दादा की गोद में बैठकर भारत के बारे में कहानियां सुनी थीं। जिसकी वजह से उन्हें भारत से प्यार हो गया था।

शिंजो भारत की बहुलतावादी संस्कृति और अनेकता में एकता से वह बेहद प्रभावित थे।यही वजह है कि प्रधानमंत्री बनते ही शिंजो आबे ने भारत से संबंध बढ़ाना शुरु किया। उनका भारत आने का सिलसिला साल 2007 से ही शुरु हो गया था। उस दौरान भारत में कांग्रेस की सरकार थी और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे।

फाइल फोटो

कुछ ऐसा था शिंजो का भारत प्रेम

– शिंजो आबे ने साल 2007 में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया को मिलाकर क्वाड की शुरुआत की। जिसमें भारत की बेहद अहम भूमिका था

– शिंजो आबे ने प्रधानमंत्री के तौर पर सबसे ज्यादा भारत का दौरा किया

-शिंजो ने भारतीय संसद को संबोधित किया है

– साल 2014 में वह भारतीय गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए

– पीएम के तौर पर शिंजो आबे ने जनवरी 2014, दिसंबर 2015 और सितंबर 2017 में भारत का दौरा किया

-मनमोहन सिंह के पीएम रहते शिंजो आबे ने अगस्त 2011 में भारत-जापान व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (CEPA) किया। जिसके तरह भारत और जापान के बीच व्यापार की जाने वाली 94 प्रतिशत से अधिक वस्तुओं पर शुल्क खत्म किया गया

– शिंजो आबे के शासनकाल में भारत और जापान के बीच असैन्य परमाणु समझौता हुआ

-शिंजो आबे की पहल पर भारत और जापान के बीच साल 2020 में रक्षा मामलों में आपूर्ति और सेवाओं के पारस्परिक आदान प्रदान की संधि पर हस्ताक्षर हुआ

– शिंजो आबे ने भारत को बुलेट ट्रेन का तोहफा दिया। इस प्रोजेक्ट पर 1.08 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें से 88 हजार करोड़ रुपये जापान लगा रहा है

– शिंजो आबे ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को रुद्राक्ष इंटरनेशनल कोऑपरेशन एंड कन्वेंशनल सेंटर का उपहार दिया। जापान की मदद बने इस सेंटर में जापानी सरकार का 186 करोड़ रुपया लगा। जुलाई 2021 को जब पीएम मोदी ने रुद्राक्ष सेंटर का उद्घाटन किया। तो उन्होंने शिंजो आबे का खास तौर पर जिक्र करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया था।

– भारतीय संस्कृति से बेहद प्रभावित शिंजो आबे ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में हिस्सा लिया और पूरी श्रद्धा के साथ सारे पारंपरिक रीतियों का पालन किया

– पीएम मोदी से शिंजो आबे की बेहद करीबी थी। दोनों एक दूसरे के साथ मुलाकात का कोई मौका नहीं छोड़ते थे। दोनों के बीच फोन पर भी घंटों बातें हुआ करती थीं।

– नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यंत्री थे, तभी उनकी शिंजो आबे से दोस्ती हो गई थी। दोनों के बीच गंभीर वैचारिक घनिष्ठता थी।

– शिंजो आबे के इसी भारत प्रेम को देखते हुए उन्हें देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण दिया गया था। 

फाइल फोटो

जानिए कैसे हुए शिंजो आबे पर हमला, पूरी कहानी यहां क्लिक करके पढ़िए

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.