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आतंकियों के निशाने पर पीएम मोदी, अगले 25 साल में देश को बनाना चाहते थे मुस्लिम मुल्क

आतंकियों के निशाने पर पीएम मोदी, अगले 25 साल में देश को बनाना चाहते थे मुस्लिम मुल्क

पटना: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 जुलाई को पटना का दौरा किया। उन्होंने बिहार विधानसभा को संबोधित किया। लेकिन इस दौरान पीएम मोदी के कार्यक्रम पर आतंकवादियों की भी नजर थी। वह उनके कार्यक्रम में गड़बड़ी फैलाने की योजना बना रहे थे। इसके लिए आतंकियों ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से एक सप्ताह पहले बैठक भी की थी।

पीएम के दौरे के बीच दंगा कराने की साजिश

मजहबी कट्टरपंथी चाहते थे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब बिहार के दौरे पर आएं तो इसी बीच राजधानी पटना में दंगा भड़का दिया जाए। जिसकी जिम्मेदारी पीएम मोदी पर डाली जा सके। ये लोग किसी बड़ी वारदात करने की फिराक में थे। इसके लिए यह लोग पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में मजहबी कट्टरपंथियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहे थे।

यहां पर केरल, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु सहित कई राज्यों कट्टरपंथी इकट्ठा हो रहे थे। इस काम के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश से फंडिंग आ रही थी।

कुख्यात आतंकियों का गिरोह सक्रिय

पटना पुलिस ने शारीरिक प्रशिक्षण के नाम पर चलाए जा रहे संगठन (SDPI) के संचालक व उससे जुड़े दो लोगों की गिरफ्तारी की है। जिसके बाद कट्टरपंथियों की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। इस मामले में झारखंड के एक रिटायर्ड दरोगा को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस आतंकी साजिश में लगे और सात लोगों की तलाश कर रही है।

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान दंगा कराने और अराजकता फैलाने की साजिश में मजहबी कट्टरपंथी इकट्ठा हो रहे थे। इसके लिए बिहार के अलावा झारखंड, तमिलनाडु, केरल व बंगाल के कट्टरपंथियों और प्रतिबंधित संगठन सिमी के पुराने सदस्‍यों को बुलाया गया था।

खुफिया विभाग से प्राप्त सूचना के आधार पर पटना पुलिस ने फुलवारीशरीफ नया टोला स्थित सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (SDFI) और पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (PFI) के कार्यालयों में छापेमारी की। इसके बाद पुलिस ने मकान मालिक जलालुदीन खान के साथ अतहर परवेज और अरमान मलिक को गिरफ्तार किया है। इस मामले की जांच NIA को सौंप दी गई है। जो कि गिरफ्तार आरोपियो को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। अतहर परवेज का भाई मंजूर पहले भी आतंकी साजिश के आरोप में जेल जा चुका है।

बिहार के आतंकियों के निशाने पर पहले भी थे पीएम मोदी

बिहार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने की साजिश पहले भी की जा चुकी है। जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने 27 अक्टूबर, 2013 को पटना के गांधी मैदान में एक रैली की थी। जिसमें बम विस्फोट करा के भगदड़ मचाने की साजिश की गई थी। आतंकियों ने बीजेपी समर्थकों से खचाखच भरे गांधी मैदान में सीरियल ब्लास्ट किए, जिसमें 6 लोगों की जान चली गई थी। इन धमाकों से पहले पटना जंक्शन के टॉयलेट में भी विस्फोट हुआ था। जहां पर मानव बम बनने के लिए एक आतंकी अपने शरीर पर बम बांध रहा था।

लेकिन गांधी मैदान में लगातार किए गए धमाकों के बावजूद नरेंद्र मोदी डरे नहीं थे और उन्होंने रैली को संबोधित किया था। 2013 में आतंकवादियों की योजना पीएम नरेन्द्र मोदी की गाड़ी पर मानव बम से हमला करने की थी। लेकिन उसके शरीर पर बंधा बम पहले ही फट गया था। जिसकी वजह से उनकी साजिश का खुलासा हो गया।

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