
कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार के दो मंत्रियों पर प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने छापा डाला है। यह छापा स्कूल सर्विस कमीशन (SSC) से जुड़े शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर डाला गया।
मिला नोटों का अंबार
पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) के घर पर भी छापेमारी की गई। जहां से नोटों का अंबार बरामद हुआ है। शुक्रवार को ईडी रेड में अर्पिता के ठिकानों से 20 करोड़ रुपये से अधिक कैश जब्त किया गया है। केंद्रीय एजेंसी को शक है कि बरामद किया गया कैश एसएससी स्कैम में कमाया गया धन हो सकता है। मिले कैश की गिनती के लिए एजेंसी को कैश काउंटिंग मशीन की मदद लेनी पड़ी है। अर्पिता मुखर्जी के परिसर से 20 से अधिक मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं।
इनके अलावा स्कैम में जुड़े होने के आरोप में दस अन्य खास लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है।
शुक्रवार सुबह से ही शुरु हुई कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोलकाता में राज्य के दो मंत्रियों- पार्थ चटर्जी और परेश अधिकारी के घरों पर छापेमारी की। इन दोनों मंत्रियों के घर के साथ-साथ, राज्य में शुक्रवार की सुबह से ही कुल 13 जगहों पर छापामारी की गई।
जांच एजेंसी यह पता लगाने के लिए छापेमारी कर रही है कि एसएससी भ्रष्टाचार के करोड़ों रुपयों में से इन दोनों के पास कितने पैसे आए। ईडी यह भी जांच कर रही है कि घोटाले के बाद इन दोनों मंत्रियों की संपत्ति में कितनी बढ़ोत्तरी हुई है।
ईडी के अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि भ्रष्टाचार से कमाया गया पैसा कहां से आया, कहां गया, पैसे किन लोगों के बीच बांटे गये। ईडी सूत्रों के मुताबिक करीब 90 अधिकारियों की 13 टीमों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
ऐसे हुई कार्रवाई
शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोप में ममता बनर्जी के इन दोनों मंत्रियों के अलावा स्कूल सेवा आयोग में भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे कुछ और लोगों के घरों की भी तलाशी ली गई है।
ईडी के सूत्रों ने जानकारी दी है कि ईडी के आधे दर्जन अधिकारी सुबह लगभग साढ़े आठ बजे पार्थ चटर्जी के आवास नकतला पहुंचे। ईडी की टीम ने सुबह करीब 11 बजे तक जांच की। इस दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मी बाहर तैनात रहे।
पार्थ चटर्जी फिलहाल ममता सरकार में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री हैं। घोटाले के समय वह शिक्षा मंत्री हुआ करते थे। इस घोटाले के मामले में सीबीआई पहले भी उनसे दो बार पूछताछ कर चुकी है।चटर्जी से पहली बार पूछताछ 25 अप्रैल, जबकि दूसरी बार 18 मई को हुई थी।
अधिकारियों पर भी पड़ा छापा
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने कोलकाता के जादवपुर इलाके में स्थित पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के आवास पर भी छापेमारी की। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सिफारिशों पर सरकार द्वारा प्रायोजित व सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ‘सी’ और ‘डी’ के कर्मचारियों व शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितताओं की जांच कर रहा है। घोटाले में तत्कालीन शिक्षा मंत्री चटर्जी और शिक्षा राज्यमंत्री परेश चंद्र अधिकारी भी आरोपों से घिरे हैं। यह जांच कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर हो रही है। ईडी ने मामले में अवैध लेनदेन के आरोपों की जांच के लिए जांच शुरू की है।
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