
मुजफ्फरनगर: वैसे तो देवबंदी मौलाना हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की दुहाई देते हैं। लेकिन जब कोई मुसलमान हिंदू देवी देवताओं के प्रति भक्ति दिखाता है तो उनका असली चेहरा सामने आ जाता है। ताजा मामला है पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाना क्षेत्र स्थित मोहम्मदपुर माफी गांव की रहने वाली फरमानी नाज का। जिन्होंने सावन के महीने में भगवान शिव की भक्ति में डूबा एक गीत गाया। लेकिन इसकी वजह से देवबंदी मौलाना नाराज हो गए हैं।
‘दूसरे धर्म को बढ़ावा ना दें मुसलमान’
फरमानी नाज ने सावन के महीने में हर हर शंभू नाम का भक्तिमय गीत गाया। वह एक यूट्यूबर हैं। उनकी आवाज के लाखों दीवाने हैं। लेकिन फरमानी के गाने से नाराज होकर देवबंद के चेयरमैन मुफ्ती अरशद ने कहा कि ‘मुसलमान को कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जो किसी दूसरे धर्म की शिनाख्त हो या फिर अन्य मजहब के धार्मिक क्रियाकलापों को बढ़ावा देती हो। यदि कोई ऐसा करता है तो यह इस्लाम की शिक्षा के खिलाफ है। मुसलमान को इस्लाम का मुकम्मल पाबंद होना चाहिए। ऐसी कोई बात न करे जो किसी दूसरे धर्म का हिस्सा हो।’
मौलाना अरशद का कहना था कि एक मुसलमान को दूसरे धर्म को बढ़ावा देने वाला कोई भी काम नही करना चाहिए। उनकी नजर में फरमानी के गाए गीत से भगवान शिव के प्रति भक्ति बढ़ती है। इसलिए यह इस्लामी नजरिए से गुनाह है। आश्चर्य की बात यह है कि आजाद भारत में इस तरह की कट्टरपंथी सोच रखने और उसे सार्वजनिक रुप से जाहिर किया जा रहा है। फिर किस मुंह से इस तरह के मौलाना हिंदू-मुस्लिम एकता की दुहाई देते हैं।
फरमानी के मुश्किल में किसी मौलाना ने नहीं की मदद
खास बात ये है कि फरमानी नाज को उनके शौहर ने घर से निकाल दिया है। उनकी शादी साल 2017 में मेरठ के छोटा हसनपुर गांव निवासी इमरान से हुई थी। साल 2018 में फरमानी को बच्चा हुआ, लेकिन वह बीमार रहने लगा। जिसकी वजह से फरमानी के ससुराल के लोग नाराज हो गए और उनको परेशान करना शुरु कर दिया। फरमानी के पति और ससुराल के लोग बच्चे के इलाज के लिए फरमानी से अपने मायके से पैसे लाने की डिमांड करने लगे। जब फरमानी पर जुल्मो सितम बढ़ने लगे तो उन्होंने ससुराल छोड़ दिया और अपने मायके आकर रहने लगीं।
फरमानी के इन मुश्किल दिनों में उनकी किसी मौलाना ने कोई मदद नहीं की। लेकिन जब फरमानी अपने गानों की वजह से प्रसिद्ध हो गईं तो वही मौलाना फरमानी को याद दिलाने लगे कि वो मुसलमान हैं। जब फरमानी मुसीबत में थीं तो भाजपा सांसद और मंत्री संजीव बालियान ने उनके बच्चे के इलाज में मदद की थी और इंडियन आइडल से लौटने पर फरमानी को सम्मानित भी किया था। वहीं फरमानी का पति अब दूसरी शादी कर चुका है।
फरमानी का संगीत सफर
फरमानी की मां फातिमा ने बताया कि वह शुरु से ही बहुत अच्छा गाती थीं। गांव के ही एक युवक राहुल ने फरमानी के गाने का एक वीडियो बनाकर यूट्यूब पर डाल दिया। जिसे लोगों ने बेहद पसंद किया। इस दौरान फरमानी इंडियन आइडल तक भी पहुंचीं। लेकिन बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब होने की वजह से उनको वापस आना पड़ गया।
लेकिन यूट्यूब पर फरमानी के गाए हुए गाने बेहद हिट साबित हुए। अब यही फरमानी की आजीविका बन चुका है। उनकी रोजी-रोटी और बच्चे का इलाज सब गाने की वजह से ही चलता है। लेकिन उनको घर से बेघर होने पर चुप्पी साधे रखने वाले कट्टरपंथी मौलाना अब फरमानी से उनकी रोजी रोटी छीनने की फिराक में जुट गए हैं।
हालांकि मौलानाओं के फतवे का फरमानी के प्रशंसकों पर कोई असर नहीं पड़ा है। यूट्यूब पर उनका शिवभक्ति का गीत सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है।