
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे बड़े आतंकी सरगना अयमन-अल-जवाहिरी का खात्मा हो गया है। अमेरिका ने एक ड्रोन हमला करके उसे मार गिराया। लेकिन इस दुर्दांत आतंकी की मौत के पीछे परोक्ष रुप से भारत का ही योगदान है।
भारत के मामलों की थी बयानबाजी
अयमन अल जवाहिरी काफी दिनों से शांत था। उसके बारे में किसी को कोई खबर नहीं थी कि वो जिंदा भी है या नहीं। लेकिन इस आतंकी ने भारत के मामले में दखल देकर अपनी मौत को दावत दे दी। दरअसल भारत में अप्रैल 2022 में हिजाब को लेकर विवाद छिड़ा था। जिस दौरान कर्नाटक की रहने वाली मुस्कान नाम की एक लड़की ने हिजाब पहनकर प्रोटेस्ट किया था।
अयमन अल जवाहिरी ने मुस्कान के समर्थन में एक वीडियो पोस्ट किया था। जिसमें उसने मुस्कान की तारीफ की थी। इस वीडियो के बाद पूरी दुनिया के लिए मर चुका जवाहिरी एक बार फिर से चर्चा में आ गया। ये वीडियो उसके जिंदा होने का सबूत था। जवाहिरी की मौत की खबर कई बार उड़ी थी। उसके जानी दुश्मन अमेरिका के पास कोई सबूत मौजूद नहीं था। लेकिन जवाहिरी ने अपना वीडियो जारी करके पूरी दुनिया को बता दिया कि वह जिंदा है। जिसके बाद अमेरिकी एजेन्सियां जवाहिरी के पीछे पड़ गईं और उसे मार गिराया।
पाकिस्तान की मुखबिरी से मारा गया जवाहिरी
जवाहिरी के बारे में सूचना इकट्ठा करने के लिए अमेरिका ने एक बार फिर से पाकिस्तान का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान ने अमेरिका की कृपा दृष्टि हासिल करने के लिए जवाहिरी के बारे में खुफिया सूचना अमेरिका को दी। पाकिस्तानी सेना के जनरल बाजवा और अमेरिका सेना के एक शीर्ष जनरल के बीच फोन पर बातचीत के 48 घंटे बाद ही जवाहिरी को काबुल में ढेर कर दिया गया। इस पूरे अमेरिकी ऑपरेशन में पाकिस्तान ने बड़ी अहम भूमिका निभाई। बताया जा रहा है कि अमेरिकी हमलावर ड्रोन विमान पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से होकर गया था। हालांकि पाकिस्तान ने इसका खंडन किया है।
लेकिन अमेरिका की इस हरकत पर अफगान तालिबान पाकिस्तान से बेहद नाराज है।
पाकिस्तान के पास जवाहिरी की पूरी सूचना थी
पाकिस्तान की फौज और आईएसआई के पास अयमन अल जवाहिरी के बारे में सभी सूचनाएं मौजूद थी। जवाहिरी की बीवी पाकिस्तान में रहती थी। अफगानिस्तान में तालिबान का शासन लौटने के बाद उसे काबुल पहुंचा दिया गया। जहां वह अपने शौहर जवाहिरी के साथ रह रही थी। जवाहिरी की पत्नी के बहाने पाकिस्तान ने उसके बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा कर रखी थी।
यही नहीं जवाहिरी तालिबानी सरकार में गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी की सुरक्षा में छिपा हुआ था, जो पाकिस्तान बेहद करीबी है। क्योंकि पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई ने ही हक्कानी नेटवर्क को खड़ा किया था। खबर आ रही है कि अमेरिकी हमले में हक्कानी के बेटे और रिश्तेदार की भी मौत हुई है।
पाकिस्तान के पास हक्कानी और जवाहिरी की बीवी के बहाने उसकी हर हरकत की खबर थी। जिसे अमेरिका के हाथों बेचकर पाकिस्तान ने जवाहिरी की मौत पक्की कर दी।
जवाहिरी का जानशीं अल अदेल
अभी तक मिली खबरों के मुताबिक जवाहिरी के मारे जाने के बाद अलकायदा की कमान सैफ अल-अदेल नाम का आतंकी संभाल सकता है। अदेल अलकायदा के संस्थापक सदस्यों में से एक है और जवाहिरी के बाद संगठन में सबसे मजबूत भी है। अल-अदेल ओसामा-बिन-लादेन और अल-जवाहिरी का करीबी भी रह चुका है।
अल अदेल मिश्र की सेना का पूर्व अधिकारी रह चुका है। अल-अदेल को एफबीआई ने उसे मोस्ट वांटेट की सूची में शामिल किया है और उसके सिर पर 10 मिलियन का इनाम भी है। अब इसे ही अलकायदा का अगला सरगना माना जा रहा है।