
नई दिल्ली: कांग्रेस की सर्वोच्च नेता सोनिया गांधी की दिली ख्वाहिश है कि पार्टी की कमान उनके बेटे राहुल गांधी संभालें। हालांक उनकी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा राहुल से बड़ी हैं और ज्यादा लोकप्रिय भी हैं। लेकिन सोनिया गांधी ने तय किया है कि उनके बाद राहुल गांधी ही कांग्रेस का नेतृत्व करेंगे। कई बार लोगों को लगता है कि आखिर सोनिया क्यों बेटी प्रियंका पर बेटे राहुल को तरजीह देती हैं?
अंदरखाने इसकी वजह बताई जाती है कि प्रियंका गांधी वाड्रा बेहद गुस्से वाली हैं। वह बहुत जल्दी नाराज होकर अनियंत्रित हो जाती हैं। प्रियंका के गुस्से की झलक उनके सार्वजनिक व्यवहार में भी कई बार दिख जाती है।
पुलिस अफसर का मरोड़ा हाथ
पूरी कांग्रेस पार्टी शुक्रवार 5 अगस्त को सड़क पर थी। वैसे तो मामला था केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध का, लेकिन असली वजह से तो सभी वाकिफ हैं। दरअसल सोनिया गांधी और राहुल गांधी प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर हैं। उनसे कई राउंड की पूछताछ हो चुकी है। असोसिएट जर्नल प्रेस के मामले में काला धन शोधन के मामले में जांच लगातार चल रही है। जिसकी वजह से पूरा गांधी परिवार परेशान है। मां और भाई की ये परेशानी प्रियंका गांधी वाड्रा से देखी नहीं जा रही है। वो एक बार फिर बेहद गुस्से में दिखाई दीं। उनकी नाराजगी इतनी बढ़ गई कि उन्होंने एक महिला पुलिस अधिकारी का हाथ पकड़कर बुरी तरह मरोड़ दिया।
प्रियंका गांधी वाड्रा की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें वह महिला पुलिस कांस्टेबल का हाथ पकड़कर इतनी बेरहमी से मरोड़ रही हैं, जैसे उसे तोड़ ही देना चाहती हैं।
नया नहीं है प्रियंका का गुस्सा
कुछ ही महीनों पहले उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने नारा दिया था कि ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’। यानी प्रियंका हर वक्त लड़ाई के मूड में ही रहती हैं और यही वह यूपी की लड़कियों को भी सिखाने की कोशिश कर रही थीं। हालांकि उत्तर प्रदेश ने उनको बुरी तरह नकार दिया। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने सबक नहीं सीखा।
प्रियंका गांधी का लड़ाई झगड़ा अब तक जारी है। यूपी में लड़ाई का फॉर्मूला फेल हुआ तो दिल्ली पहुंचकर पुलिस से झगड़ा करने लगीं। कई बार तो पत्रकार भी उनके गुस्से का निशाना बन चुके हैं। यूपी-उत्तराखंड के चुनाव प्रचार के दौरान एक पत्रकार ने उनसे कानपुर में हिस्ट्रीशीटर सुहेल हैदर अंसारी को प्रत्याशी बनाने पर सवाल कर दिया। तो प्रियंका बुरी तरह भड़क गईं और उसे बुरी तरह फटकार लगाई। उन्होंने मामले को भटकाने की भी कोशिश की।
अक्टूबर 2021 में प्रियंका गांधी वाड्रा सीतापुर जाने की कोशिश कर रही थीं। जबकि वहां सांप्रदायिक हिंसा फैलने के डर से बाहरी लोगों के घुसने पर प्रतिबंध लगाया गया था। प्रियंका को रोकने के लिए सीतापुर के जिलाधिकारी पुलिस के साथ वहां पहुंचे। प्रियंका उन सभी पर भड़क गईं और तू-तड़ाक की भाषा का इस्तेमाल करने लगीं। हालांकि जिलाधिकारी ने बेहद शालीनता से मामले को संभाल लिया।
साल 2012 में प्रियंका गांधी सुल्तानपुर का दौरा करने पहुंची थीं। वहां जनता ने कुछ असहज सवाल उनसे पूछ लिए, तो प्रियंका नाराज हो गईं। उन्होंने जनसभा में मौजूद लोगों को धमकी देकर चुप कराने की कोशिश की।
प्रियंका गांधी वाड्रा के गुस्से को दर्शाते हुए ये कुछ वाकयात थे। जिन्हें देखकर साफ पता चलता है कि प्रियंका गांधी का गुस्सा ही आखिर वो वजह है जिसकी वजह से सोनिया गांधी उनको कांग्रेस की कमान नहीं सौंपना चाहतीं।
अंशुमान आनंद
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