
इस बार 15 अगस्त को मैंने लाल किले से कहा है कि भारत में कितनी बड़ी एस्पीरेशनल सोसाइटी आज विकसित हो रही है, विस्तार हो रहा है। इस अमृतकाल में ये एस्पीरेशनल सोसाइटी, एक ड्राइविंग फोर्स की तरह काम करेगी। इसकी अपेक्षाएं, इसकी उम्मीदें, इससे जुड़े हुए चैलेंजेज, आपके लिए बहुत सारे नए अवसर लेकर आएंगी।
आप सभी ने अपनी शिक्षा के शुरुआती दौर में पढ़ा होगा कि 60-70 के दशक में ग्रीन रिवोल्यूशन हुआ था। भारत के किसानों ने अपना सामर्थ्य दिखाया और हमें अन्न के मामले में आत्मनिर्भर बना दिया। लेकिन आप ये देख रहे हैं कि पिछले 7-8 वर्षों में देश एक के बाद एक रिवोल्यूशन करते हुए तेजी से आगे बढ़ रहा है।
भारत में आज इंफ्रास्ट्रक्चर रिवोल्यूशन रहा है। भारत में आज हेल्थ सेक्टर रिवोल्यूशन हो रहा है। भारत में आज डिजीटल रिवोल्यूशन हो रहा है। भारत में आज टेक्नॉलोजी रिवोल्यूशन हो रहा है। भारत में आज टैलेंट रिवोल्यूशन हो रहा है। एग्रीकल्चर सेक्टर हो, एजुकेशन सेक्टर हो, डिफेंस सेक्टर हो, आज देश का जोर, हर सेक्टर को आधुनिक बनाने पर है। हर सेक्टर को आत्मनिर्भर बनाने पर है। और इसलिए ही आप सभी युवाओं के लिए भारत में हर रोज नई ऑपोरच्युनीटीज बन रही हैं।
ड्रोन टेक्नॉलॉजी, टेली-कंसल्टेशन, डिजिटल इंस्टीट्यूशन्स, वर्चुअल सोल्यूशन्स, इन सभी में सर्विस से लेकर मैन्युफैक्चरिंग तक आपके लिए बहुत संभावनाएं हैं। आप जैसे युवा खेती और हेल्थ सेक्टर में ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नए-नए सोल्यूशन्स पर काम कर सकते हैं। अपने सिंचाई के उपकरणों को, सिंचाई के नेटवर्क को हम स्मार्ट कैसे बना सकते हैं, इसमें भी बहुत संभावनाएं हैं।
आज देश के गांव-गांव में ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम तेज गति से चल रहा है। आपने ये भी देखा है कि अब भारत में 5 जी लॉन्च हो रहा है। इस दशक के अंत तक हम 6 जी लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं। गेमिंग और एंटरटेनमेंट में भी भारतीय सोल्यूशन्स को सरकार बहुत प्रोत्साहित कर रही है। इन सारे नए सेक्टर्स पर सरकार जिस प्रकार निवेश कर रही है, जैसे इन्हें प्रोत्साहन दे रही है, उसका लाभ आप सभी नौजवानों को जरूर उठाना चाहिए।
और साथियों, आपको एक बात और याद रखनी है। दुनिया में एक बहुत बड़ी आबादी है जिनकी समस्याएं भारत जैसी ही हैं। लेकिन वहां उन समस्याओं को डील करने के लिए इनोवेशन और स्टार्ट अप्स की संभावनाएं सीमित हैं। भारत के इनोवेशन दुनिया में सबसे कंपीटीटिव, अर्फोडेबल, सस्टेनेबल, सेक्योर और बड़े स्केल पर लागू होने वाले समाधान देते हैं। इसलिए दुनिया की उम्मीदें भारत से हैं, आप जैसे युवाओं से हैं।
आज के इस कार्यक्रम में हमारे साथ शिक्षा जगत के दिग्गज, पॉलिसी मेकर्स भी जुड़े हुए हैं। भारत में इनोवेशन का कल्चर बढ़ाने के लिए हमें दो बातों पर निरंतर ध्यान देना होगा। सोशल सपोर्ट और इंस्टीटयूशनल सपोर्ट। आज हम देख रहे हैं कि इनोवेशन और इंटरप्राइज को लेकर समाज में बदलाव दिखने लगा है। हम करियर बनाने के पारंपरिक विकल्पों के अलावा नए क्षेत्रों में भी हाथ आजमाने लगे हैं। यानी समाज में इनोवेशन प्रोफेशन, इसकी स्वीकृति बढ़ रही है। ऐसे में हमें नए आइडियाज और ओरिजिनल थिंकिंग को भी स्वीकृति देनी होगी, सम्मान देना होगा। रिसर्च और इनोवेशन को वे ऑफ वर्किंग से वे ऑफ (लिविंग) बनाना होगा।
रिसर्च और इनोवेशन की दिशा में इंस्टीटयूशनल सपोर्ट को बढ़ाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इनोवेशन के लिए एक मजबूत फाउंडेशन तैयार करने का रोडमैप है। अटल इन्क्यूबेशन मिशन के तहत स्थापित हो रही अटल टिंकरिंग लैब्स स्कूलों में इनोवेटर्स की एक नई पीढ़ी को तैयार कर रही है। देश में आई-क्रिएट जैसी संस्थाएं भी सफलता के साथ काम कर ही हैं, जो अब तक 500 से ज्यादा स्टार्टअप्स को सपोर्ट कर चुकी हैं।
21वीं सदी का आज का भारत, अपने युवाओं पर भरपूर भरोसा करते हुए आगे बढ़ रहा है। इसी का नतीजा है कि आज इनोवेशन इंडेक्स में भारत की रैंकिंग बढ़ गई है। पिछले 8 वर्षों में पेटेंट की संख्या 7 गुना बढ़ गई है। यूनिकॉर्न की गिनती भी 100 के पार चली गई है। हम इसमें यकीन नहीं रखते हैं सिर्फ सरकार के पास ही समस्याओं का समाधान है। आप देखिए, मैं तो सरकार को आपके पास लेकर आया हूं। सरकार की इन समस्याओं का मेरे नौजवान सॉल्यूशन दें, और आप दे रहे हैं। आपके सामर्थ्य को मैं भली भांति समझता हूं। आज की यंग जेनरेशन ज्यादा तेज और स्मार्ट सॉल्यूशन के साथ आगे आ रही है।
नरेन्द्र मोदी
(यह लेख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2022 के ग्रैंड फिनाले के अवसर पर दिए भाषण के सम्पादित अंशों पर आधारित है)