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प्यार में जहर क्यों?

प्यार में जहर क्यों?

 

 

 

 

दीपक कुमार रथ
(editor@udayindia.in)

झारखंड के दुमका में अंकिता सिंह की क्रूर हत्या से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। सभी ने मृतका के लिए न्याय की मांग की। इस घटना की वजह से हिंदू संगठनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया, जिनका मानना है कि इस तरह की घटनाएं एक बड़ी साजिश का हिस्सा हैं। जिसके तहत मजहबी कट्टरपंथी मर्द लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाते हैं, उनका शारीरिक और मानसिक शोषण करते हैं, फिर उन्हें दूसरे मजहब में लाने की कोशिश करते हैं। अगर कोई लड़की उनके जाल में फंसने से इनकार कर देती है तो उसकी हत्या कर दी जाती है या फिर उसके चेहरे को तेजाब से झुलसा दिया जाता है। लव जिहाद के मामलों में हिंदू संगठनों ने तुरंत जांच और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।

इस बीच अंकिता सिंह हत्याकांड ने केरल से लेकर कश्मीर और असम से लेकर राजस्थान तक पूरे उत्तर-दक्षिण और पश्चिम-पूर्व भारत में लव जिहाद गिरोह के संगठित प्रयासों से जुड़े सवालों पर बहस छेड़ दी है। पाकिस्तान और बांग्लादेश में तो दिन दहाड़े गैर-मुस्लिम लडि़कयों का अपहरण किया जाता है और उन्हें निकाह के लिए मजबूर किया जाता है और फिर  जबरदस्ती मुसलमान बना दिया जाता है। इस तरह की खबरें पूरी दुनिया से प्राप्त होती रहती हैं। अचानक पिछले कुछ दिनों से भारत के सभी राज्यों से इस तरह की खबरें आने लगी हैं।  लव जिहाद के मामले पिछले कुछ समय से लगातार सामने आ रहे हैं। लेकिन इसके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं हो रही थी। कुछ लोग इसे दो व्यस्क लोगों के बीच का मामला बताकर इसे सामान्य बताने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे लोग पूर्वाग्रह से ग्रसित और भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं।  वास्तव में लव जिहाद दो लोगों के बीच की सहमति का नहीं बल्कि जालसाजी, जबरदस्ती और धार्मिक नफरत का मामला है। जिसमें आसुरी शक्तियां शामिल हैं। यह कतई दो व्यस्कों के बीच आपसी सहमति का मुद्दा नहीं है। यह मासूम बेटियों को झूठ और धोखे के जाल में फंसाने का मामला है। जिसमें साजिश से अनजान एक बेगुनाह लड़की की अस्मत दांव पर लगी होती है।

हारने वालों को इस्लाम में परिवर्तित करने की घृणित मध्यकालीन परंपरा को बदलकर खाड़ी देशों से आने वाले पैसों की बदौलत धोखे और प्रलोभन के रुप में परिवर्तित किया गया है। इस काली साजिश ने आजादी के बाद से भारत में जोर पकड़ लिया है। जिसमें मजहबी कट्टरपंथी, महिलाओं को अपमानित होने का डर दिखाकर उन्हें अपना धर्म छोड़कर कलुषित मजहबी परंपराएं अपनाने के लिए मजबूर करते हैं। कई जिहादी अपना मजहब छिपाकर लड़कियों से दोस्ती करते हैं और बाद में उन्हें धमकी देते हैं कि वह उनके परिवार को बता देंगे कि उन्होंने एक मुसलमान से यौन संबंध स्थापित किए हैं। कुछ किशोरियों ने बताया है कि उनके गलत तरीके से फोटो खींचे गए और उनके आधार पर उनको बरसों तक ब्लैकमेल किया जाता रहा। लड़कियां उनकी बात मानने के लिए मजबूर हो जाती हैं क्योंकि वह अपने माता पिता और समाज की नजरों में गिरना नहीं चाहती हैं। सीधे शब्दों में देखा जाए तो लव जिहाद इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा अपनी संख्या बढ़ाए जाने का एक तरीका बन चुका है।

लव जिहाद में धन का भी इस्तेमाल किया जाने लगा है। जिससे आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों की बच्चियों को फंसाया जा सके। कई मामलों में देखा गया है कि शादी के जाल में फंसाने के बाद लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया जाता है और फिर बच्चों सहित महिलाओं को मंझधार में छोड़कर आरोपी फरार हो जाता है। भारत में कथित सेक्यूलर-लिबरल जमात के बीच लव जिहाद का उल्लेख करने पर आपका मजाक बनाया जाता है।  लेकिन सच्चाई ये है कि कथित रुप से भटके हुए मुस्लिम युवाओं ने हिंदू लड़कियों का अपहरण और उन्हें बच्चा पैदा करने की मशीन बनाने की मुहिम छेड़ रखी है। कोई भी धर्मनिरपेक्ष ज्ञान इस समस्या को कभी दूर नहीं कर सकता है। जब तक सरकार धर्मांतरण के खिलाफ एक मजबूत कानून लागू करके साजिश के इस जाल को नष्ट नहीं कर देती है, तब तक देश की अखंडता और एकता पर सवालिया निशान लगता ही रहेगा।

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