
भारत की सशस्त्र सेनाओं ने हमेशा हम भारतीयों का सर गर्व से ऊंचा रखा है। लेकिन उन संस्थाओं के बारे में बहुत कम जानकारी होती है, जो हमारी सशस्त्र सेनाओं को लडऩे के काबिल बनाते हैं। ऐसा ही एक संस्थान है भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड यानी BEL यह भारत सरकार का एक सार्वजनिक उपक्रम है, जो ना केवल हमारी सेनाओं के लिए संचार उपकरण बनाती है, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का भी निर्माण करती है। उदय इंडिया ने क्चश्वरु के सीएमडी दिनेश बत्रा से उनकी भविष्य की योजनाओं के बारे में जाना
उदय इंडिया- दिनेश बत्रा जी, पीएम मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का बीड़ा उठाया है.. भारत इलेक्ट्रॅानिक्स लिमिटेड कैसे योगदान कर रहा है?
दिनेश बत्रा- मै आपको बताना चाहूंगा कि हम संचार उपकरण, इलेक्ट्रॅानिक डिवाइसेज, नौसेना प्रणाली के लिए उपकरण, मिसाइलों के पुर्जे ,स्मार्ट सिटी, बैट्री , लेजर, इलेक्ट्रॅानिक वोटिंग मशीन जैसे बहुत से उत्पाद बनाते हैं। हमारी प्रोडक्ट रेंज बहुत बड़ी है। हम मुख्य रुप से सेना के लिए काम करते हैं, जिसमें आर्मी, नेवी, एयरफोर्स तीनों शामिल हैं। लेकिन इसके अलावा भी हम बहुत तरह के उपकरण बनाते हैं जिसमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन जैसे उपकरण भी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान किया है। जिसमें इसमें भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड,जो कि रक्षा मंत्रालय का एक उपक्रम है, हम भी अपना योगदान दे रहे हैं। हम इस दिशा में काफी समय से काम कर रहे हैं। हमें आत्मनिर्भर बनना है, अपनी तकनीक को विकसित करना है। इसके लिए हमारा एक बहुत बड़ा सिस्टम है। हमारी रिसर्च टीम इसके लिए लगातार काम करती है। हमारे प्रोडक्ट डेवलपमेंट विभाग है। जिसमें 50 फीसदी से ज्यादा लोग स्वदेशी तकनीक विकसित करने में लगे हुए हैं। आज हमारा 85 प्रतिशत टर्नओवर स्वदेशी तकनीक और उत्पादों के जरिए आता है। हम खुद भी प्रेरित कर रहे हैं, देश के छोटे और मझोले उद्योगों को कि जो कुछ हम पहले आयात करते थे। उनको हम बता रहे कि आप स्वदेशी तकनीक को विकसित कीजिए, इसके लिए हम उन्हें ऑर्डर भी दे रहे हैं।
उदय इंडिया- सार्वजनिक क्षेत्र की संस्था होने के बाजवूज BEL की कार्यशैली प्राइवेट सेक्टर को मात देती है। यह चमत्कार आपने कैसे कर दिखाया?
दिनेश बत्रा- कार्य संस्कृति एक दिन में विकसित नहीं होती। हमारे पहले के डायरेक्टरों ने भी इसमें योगदान दिया है। कम्पनी के सभी लोगो ने इसमें अपना योग्दान दिया है। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के संगठित प्रयासों की बदौलत ही यह संभव हो पाया है। मैं तो अब आया हूं, मैं सबको कहता हूं कि काम को तेजी से करना है। चीता की स्पीड से हमें काम करना है। हमें अपने स्टेक होल्डर्स के भरोसे को कायम रखना है। जिन्होंने हमें ऑर्डर दिए हैं, जिन्होंने हमारे लिए निवेश किया है, कुछ हमें सप्लाई करते हैं। हमारे सबसे बड़े स्टेक होल्डर हमारे कर्मचारी हैं। उनकी ही शक्ति से हम सभी की अपेक्षाओं को पूरी करते हैं।
उदय इंडिया- आपके आने के बाद BEL के शेयरों में काफी उछाल दिखाई दिया है। आपने यह उपलब्धि कैसे हासिल की?
दिनेश बत्रा- ये आसान था। लोगों को यह बताना जरुरी था कि हम क्या करते हैं और हम क्या है। हमने अपने निवेशकों और एनालिस्ट हैं उनके साथ अपनी योजनाओं को साझा किया। यह सिर्फ बात नहीं है। उन लोगों ने महसूस किया कि जो हमने कहा उसे करके दिखाया। इन दो सालों में उनका भरोसा हम पर बढ़ा।
उदय इंडिया- इस बार का डिफेन्स एक्सपो गांधी नगर में होने वाला है। BEL की तरफ से इसकी क्या तैयारियां हैं?
दिनेश बत्रा – BEL जोर शोर से इसकी तैयारी में लगा हुआ है। हम रक्षा मंत्रालय संस्थान का हिस्सा हैं। हमारे लिए यह बेहद खास मौका है। हम इसे सफल बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। हम वहां कई चीजें लांच करने वाले हैं। जिसमें बहुत से स्वदेशी उत्पाद भी हैं। मैं इसके बारे में अभी खुलासा नहीं करुंगा। आप वहां पर आकर देखेंगे। हमारी अच्छी हिस्सेदारी वहां रहेगी। मैं आपको बताना चाहूंगा कि हमको आइकॉनिक ब्रांड ऑफ इंडिया का अवार्ड मिला है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात है। क्योंकि कई सारे प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों के बीच हमने यह उपलब्धि हासिल की है। हमारी खासियत है कि हम भरोसा नहीं तोड़ते, हम हमेशा ग्राहकों के साथ रहते हैं, हम विश्वसनीय संगठन हैं। बीईएल को ब्रांड बनने में 70 साल लगे। जैसा कि हमारे ग्राहक कहते हैं कि BEL को काम सौंपा तो समझो कि वह पूरा हो गया।
हमारे ब्रांड का वादा है, कि धरती, जल हो या आकाश, वीर जवानों के साथ खड़े हरदम। उनकी जो भी जरूरते हैं यानी संचार के उपकरण, रात में देखने के उपकरण, दूर तक देखने के उपकरण, अपनी रक्षा के उपकरण वह सब हम बनाते हैं और अपने जवानों को सौंपते हैं। डिफेन्स एक्सपो में आपको यही सब कुछ देखने को मिलेगा।
उदय इंडिया- हमें उम्मीद है कि बीईए अपने लक्ष्य से ज्यादा बेहतर काम करके दिखाएगा। धन्यवाद।