
पंजाब के मामले में हमेशा बयानबाजी से बचती रही भाजपा का नया ही रूख देखने को मिला है। भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्र्रीय सचिव सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल ने पंजाब के कई इलाकों में अरदास यात्रा निकाली। ये अरदास यात्रा बीते दिनों लुधियाना से शुरू होकर फिल्लौर, गोराया, फगवाड़ा, करतारपुर से होते हुए जालंधर के रामामंडी, पीएपी चौक, बीएसएफ चौक, बीएमसी चौक, नामदेव चौक पहुंची जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने अरदास यात्रा का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। जिला के भाजपा प्रधान सुभाष सूद समेत कई नेता स्वागत के लिए पहुंचे। सर्किट हाउस में विश्राम के बाद आरदास यात्रा ने अपने आगे का पड़ाव शुरू किया। जिसमें अरदास यात्रा स्काई लार्क चौक, गुरू नानक मिशन चौक, डॉ अंबेडकर चौक, फुटबॉल चौक, कपूरथला चौक, वर्कशॉप चौक से होते हुए अमृतसर के श्री हरमिंदर साहिब पहुंच कर संपन्न हुई। अरदास यात्रा के दौरान शहर भर में ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। अरदास यात्रा पंजाब की भलाई को ध्यान में रख कर निकाली गई।
दरअसल पंजाब जो कभी अपनी खुशहाली के लिए जाना जाता था आज वहीं पंजाब कई तरह की कुरीतियों का शिकार हो चुका है जिससे पंजाब का आस्तित्व ही खतरे में नजर आने लगा है। पंजाब में दिन-ब-दिन रेत माफिया, भू-माफिया, ड्रग माफिया, भ्रष्टाचार, ट्रांसपोर्ट माफिया, जल प्रदूषण, सड़क हादसे, भ्रूण हत्या, बेरोजगारी जैसी गंभीर समस्याएं अपनी पैठ बनाती जा रही हैं, जिससे निपटना शासन व्यवस्था के लिए मुशिकल होता जा रहा है। तमाम कोशिशों के बाद भी पंजाब की खुशहाली आज बदहाली में तबदील होती नजर आ रही है। जिसे अगर वक्त रहते नहीं रोका गया तो वो दिन दूर नहीं जब पंजाब का स्वरूप पूरी तरह से बदला हुआ नजर आयेगा। पंजाब के विकृत होते स्वरूप को ध्यान में रख कर ही अरदास यात्रा निकाली गई। भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल ने कहा कि कभी-कभी परिस्थतियां ऐसी हो जाती हैं कि दवा की जगह दुआ ज्यादा कारगर होती है, इसलिए वो अरदास करने के लिए यहां आये हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गुरूघर से ऐसी कृपा जरूर होगी कि पंजाब इन सभी कुरीतियों से बाहर निकल पायेगा।
यात्रा का नेतृत्व कर रहे सुखमिंद्र पाल सिंह ग्रेवाल ने कहा कि किसी समय पंजाब दरियाओं के नाम से जाना जाता था, लेकिन कुछ राजनेताओं ने लालच के नशे का 6वां दरिया भी बहा दिया है। जिसके चलते पंजाब का युवा बर्बादी के गर्त में गिरता जा रहा है। ग्रेवाल ने आगे कहा कि पंजाब में एक तरफ तो यहां के उद्योगपति तथा व्यापारी काम-धंधा छोड़कर दूसरे राज्यों में कूंच कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ राजनेताओं के काम-धंधे कई गुणा चमक रहे हैं। गांव के गांव नशे की चपेट में आते जा रहे हैं, लेकिन सूबे की सरकार इसको गंभीरता से नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि नशे के साथ-साथ रेत और ट्रांसपोर्ट माफिया ने भी लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। सरकारी ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से घाटे में चल रही है जबकि राज्य के नेताओं की कंपनियां पूरी तरह से लाभ की स्थिति में बनी हुईं हैं। पंजाब के लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचाना है। लोगों को भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक कलंक के प्रति जागरूक करना है। प्रदूषण की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाये जाएं, ताकि पंजाब का वातावरण प्रदूषण मुक्त हो सके और यहां के लोग शुद्ध वातावरण में सांस ले सकें। सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल ने कहा कि ये अरदास यात्रा इस तरह की समस्याओं से निजात पाने के लिए आयोजित की गई है। पंजाब आज जिस स्थिति से गुजर रहा है उसके लिए सिर्फ ऊपर वाले पर ही भरोसा किया जा सकता है।
अरदास यात्रा सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल की अगुवाई में हुई जिसमें गुरमीत सिंह ग्रेवाल, केवल सिंह बराड़, तरनजीत सिंह, रजत सूद, कुलदीप जैन, डॉ. मनदीप सिंह, हरमिंदर पूरी, सुरजीत गोगना, डॉ. राजेश अरोड़ा, रमनदीप सिंह, मनिंदरराज सिंह ग्रेवाल, संदीप शर्मा, पवन भारद्वाज, रमन गांधी, नवल जैन, रजत शर्मा, अवतार सिंह मंड, राजेश पाठक, राजबीर सिंह मांगट, विकास शर्मा, ब्रिज लाल शर्मा, नरिंदर सिंह चीमा समेत खेत मजदूर, किसान, राज-मिस्त्री, मजदूर, दुकानदार, कारोबारी, छोटे-बड़े व्यापारी, फैक्ट्री मजदूर समेत तमाम लोग शामिल हुए।
बहराहल अरदास यात्रा भले ही लोगों की भलाई और पंजाब के बिगड़ते हालात को ध्यान में रख कर निकाली गई हो, लेकिन ये बात सभी जानते हैं कि जब तक राज्य सरकार इन सभी मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श नहीं करेगी तब तक शायद पंजाब को इन समस्याओं से उभार पाना नामुमकिन ही होगा। अब देखने वाली बात ये होगी कि भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव सुखमिंदरपाल की ये पहल कहां तक कामयाब होती है।
उदय इंडिया ब्यूरो