
आ फताब ने जिस बेहरमी से श्रद्धा का गला घोट कर हत्या और फिर उसके शरीर के 35 टुकड़े किए वह दिल दहलाने वाला है। श्रद्धा की हत्या करने वाले आफताब पूनावाला को लेकर रोज नई-नई जानकारियां सामने आ रही है। दिल्ली पुलिस लगातार आफताब से पूछताछ कर रही है। आफताब बार-बार अपने बयान भी बदल रहा है। जिस तरह आफताब मुस्कुरा रहा है उससे तो साफ नजर आ रहा है कि उसे अपनी गलती का कोई एहसास नहीं है और न ही सजा का डर दिख रहा है। क्या कोई और भी उसका साथ दे रहा है? और कितने राज उसने छुपा रखें है। क्या आफताह का परिवार भी इसमें शामिल है? इन सारे सवालों के जवाब दिल्ली पुलिस को ढूंढ़ने हैं।
श्रद्धा और आफताब के शुरुआत से अबतक का पूरा मामला
2019 में श्रद्धा और आफताब दोनों एक डेटिंग ऐप के जरिए मिले। ऐप के जरिए चैटिंग होने लगी, एक दूसरे को जानने लगे, दोनों ने एक-दूसरे का मोबाइल नंबर लिया और दोनों दोस्ती हो जाती है। श्रद्धा नौकरी की तलाश में मुंबई आ जाती है और आफताब भी मुंबई आ जाता है। इसी बीच दोनों मलार में एक कॉल सेंटर में काम करने लगते हैं। दोनों में प्यार हो जाता है और दोनों साथ में रहने का फैसला करते है। फिर दोनों लिव-इन में रहने लगते हैं। कुछ समय बाद, श्रद्धा अपने घर वालों को बताती है कि मुंबई में वह आफताब नाम के एक लड़के के साथ लिव-इन में रह रही है लेकिन आफताब का धर्म अलग होने के कारण उसकी फैमिली इस रिश्ते से नाखुश थे।
श्रद्धा आफताब के प्यार में थी क्यों न हो भला यदि आप भी उसके नकाबी बातों को सुनेंगे या सोशल मीडिया पर उसके पोस्ट देखेंगे तो आपको भी वह महान इंसान लगने लगेगा। मानवता उसका धर्म है। महिलाओं के प्रति सम्मान और वगैरह वगैरह। आफताब का यह रूप सिर्फ और सिर्फ एक छलावा था हिंदू लड़कियों को फंसाने का। जहां वह एक तरफ मानवता की बात करता है वही दूसरी तरफ मानवता के 35 टूकड़े करता है। खैर, श्रद्धा के परिवार वाले इस संबंध का विरोध करते हैं और श्रद्धा को लगने लगता है कि उसका परिवार उसके प्यार का दुश्मन है। साल 2020 में श्रद्धा की मां को कोरोना हो गया और जिसकी वजह से उसकी मृत्यु हो गई। श्रद्धा अपने पिता से कम और मां से ज्यादा बाते करती थी लेकिन मां के गुजरने के बाद उसके पिता से न के बराबर ही बाते होती थीं। इस दौरान, श्रद्धा और आफताब के बीच झगड़े होने शुरू हो गए थे। घर चलाने से लेकर नौकरी सारा काम श्रद्धा को करना पड़ता था आफताब किसी प्रकार का सहयोग नहीं करने लगा। वह नौकरी करती थी घर के सामान लेती और उसका ईएमआई भी अपने बैंक खाते से दे रही थी आफताब तो कुछ करता नहीं था। इन सब से दोनों के लड़ाई-झगड़े की शुरुआत हो गए और मारपीट होने लगे। आफताब श्रद्धा को पीटने लगा।
23 नवंबर 2020 को आफताब ने श्रद्धा को खूब पीटा था जिसमें श्रद्धा की हालत काफी गंभीर हो गई और उसने अपने दोस्तों से मदद मांगी और उसके दोस्तों ने श्रद्धा को हॉस्पिटल में एडमिट भी करवाया। इस सबसे परेशान श्रद्धा ने पुलिस स्टेशन में आफताब के खिलाफ रिपोर्ट भी लिखवाई। 23 नवंबर 2020 की उस रिपोर्ट में बकायदा आफताब के खिलाफ श्रद्धा ने लिखा था कि आफताब मुझे मारता-पीटता है और मुझे धमकी देता है कि मेरा गला दबाके मार डालेगा और मेरे टुकड़े-टुकड़े करके फेंक देगा। सच में, देखिए डेढ़ साल के बाद आफताब ने ऐसा ही किया। लेकिन जब श्रद्धा अस्पताल में भर्ती थी तभी आफताब ने उससे माफी मांगी और उसे ब्लैकमेल किया और कहा कि अगर तुम वापस नहीं आओगी तो मैं खुदकुशी कर लूंगा। श्रद्धा आफताब के झांसे में आ गई और वापस साथ में रहने लगी। लेकिन इन दोनों के बीच झगड़ा चलता ही रहा कभी आफताब के दूसरी लड़कियों के साथ संबंध को लेकर तो कभी शादी को लेकर।
पुलिस कंप्लेन के बाद आफताब को एक डर सताने लगा कि वह श्रद्धा से शादी तो करेगा नहीं, तो एक न एक दिन श्रद्धा उसे छोड़ कर चली जाएगी और उसके बाद उसका खर्चा-पानी कैसे चलेगा और उसका मेल ईगो भी जाग गया जिसके बाद वह उसको मारने की साजिश करने लगा। लेकिन मुंबई में श्रद्धा को मारना संभव नहीं था क्योंकि वहां श्रद्धा के दोस्त और परिवार दोनों था। उसने श्रद्धा को बाहर ले जाकर मारने का प्लान बनाया और अब समय था साल मई 2022 का। आफताब ने श्रद्धा से कहा कि वो उसे हिमाचल प्रदेश घुमाने के लिए ले जाना चाहता है। श्रद्धा को घूमना बहुत पसंद था। 8 मई को दोनों हिमाचल प्रदेश पहुंचे। रहने के लिए होटल लिया हिमाचल प्रदेश में ही श्रद्धा को मारने की कोशिश थी लेकिन वहां उसे यह मौका मिल नहीं रहा था। वही पर उसे बद्री से दोस्ती हो गई। बद्री ने बताया कि वह दिल्ली के छतरपुर में रहता है वह दिल्ली का पहाड़ी इलाका है। महरौली के जंगल है और मैदान गढ़ी के तालाब हैं दिल्ली के कोने का इलाका है जो बिल्कुल जंगल से गिरा हुआ है। आफताब को लगा कि यह बेहतरीन जगह है फिर उसने श्रद्धा को दिल्ली जाने के लिए कहा पहले तो श्रद्धा तैयार नहीं होती है लेकिन उसके बहुत कहने पर दो-तीन दिन के लिए मान जाती है दोनों पहाड़गंज के एक होटल में रहते हैं फिर यह दोनों एक दिल्ली के एक गेस्ट हाउस में रुके। फिर आफताब ने बद्री को कांटेक्ट किया और बद्री की मदद से उन्हें किराए का मकान महरौली में 15 मई को मिल जाता है और वे लोग यहां थोड़ें सामान के साथ शिफ्ट हो जाते हैं और आफताब ज्यादा इंतजार भी नहीं करता और 18 मई को श्रद्धा का गला दबा कर मार डालता है और उसके 35 टुकड़े करता है।
हैवानियत की रात (18 मई 2022)
18 मई की रात को 8:00 आफताब ने श्रद्धा को गला दबाकर मार दिया। हत्या करने के बाद उसे बाथरूम में रख दिया। जोमेटो से खाना मंगवाता है फिर आराम से नेटफ्लिक्स पर फिल्म देख कर सो जाता है। अगले दिन सुबह नाश्ता करता है और बाजार जाता है वहीं से 300 लीटर का फ्रिज खरीदता है, एक आरी भी खरीदता है और कुछ पॉलिथीन लेकर घर आ जाता है घर आने के बाद बाथरूम में बैठकर लाश के टुकड़े करने का काम करता है कई घंटों तक करता है।
पुलिस के मुताबिक, आफताब ने शव के 35 टुकड़े कर लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर वाले फ्रिज में रखा । शव से आने वाली बदबू को दबाने के लिए अगरबत्तियों एवं रूम फ्रेशनर का उपयोग किया। पुलिस ने कहा कि आधी रात को पॉली बैग में शरीर के अंगों को पैक करके फेकना शुरू किया। आफताब ने पूरा रिसर्च किया कि शरीर का कौन सा हिस्सा जल्द से जल्द सड़ना शुरू हो जाता है और उसी के अनुसार शरीर के हिस्सों को दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में फेंक दिया। पुलिस को शव के कुछ टुकड़े मिले हैं पुलिस उसकी जांच कर रही है क्या यह श्रद्धा के ही है?
आफताब के घर से सारे सबूत मिटा कर निश्चिंत हो गया था। उसी कमरे पर उसने दूसरी लड़की को भी बुलाया। जून तक वह श्रद्धा के फोन का इस्तेमाल करता रहा। सोशल मीडिया पर डीपी चेंज करता। उसके दोस्तों से व्हाट्सएप पर भी श्रद्धा बनकर चैट करता। श्रद्धा के अकाउंट से पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया। श्रद्धा की अंगूठी उसकी उंगली काटकर निकाला और कथित नई गर्लफ्रेंड को दे दिया। इंसान के रूप में हैवान है ये आफताब।
जुलाई-अगस्त में इसने रिप्लाई करना बंद कर दिया। श्रद्धा के दोस्तों को थोड़ी फिक्र होने लगी और उसके पिता भी परेशान हो रहे थे उसके दोस्तों से पूछा की उनकी श्रद्धा से कोई बात-चीत हुई है। दोस्तों ने कहा नहीं हुई है। श्रद्धा के पिता बेटी के लिए परेशान हो गए और सितंबर में जाकर पुलिस स्टेशन जाकर कंप्लेन लिखवाई।
दिल्ली पुलिस की सतर्कता से पकड़ा गया आफताब
पिता ने एक रिपोर्ट लिखवाई और खानापूर्ति करते हुए मुंबई पुलिस ने आफताब को बुलाया और श्रद्धा के बारे में पूछा। आफताब ने कहा श्रद्धा ने मुझे छोड़ दिया है और वो मुझे छोड़कर चली गई है वह अपना सामान भी छोड़ गई है। अक्टूबर में पुलिस की पूछताछ के बाद आफताब को जाने की इजाजत दे दी गई आफताब काफी कॉन्फिडेंट महसूस करने लगा उसने यह सोचना छोड़ दिया कि अपनी लिव-इन पार्टनर की तलाश में पुलिस को सहयोग करके वह एक परफेक्ट डबल गेम खेल रहा है। जब इस महीने की शुरुआत में उसे दूसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उसने कुछ विरोधाभासी बयान दिए इसके बाद पुलिस काफी अलर्ट हो गई और पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी मगर आफताब को ऐसा एहसास कराया गया कि नियमित पूछताछ खत्म हो गई है और कुछ भी संदिग्ध नहीं निकला है। दूसरी ओर दिल्ली पुलिस से संपर्क किया गया और 12 नवंबर को पूनावाला को गिरफ्तार करके पुलिस हिरासत में भेज दिया था। बेहद दुखद है कि यह नृशंस घटना छह माह बाद सामने आई।
पुलिस ने आफताब के नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट की इजाजत मांगी
आफताब श्रद्धा का बॉयफ्रेंड था और उसके कबूलनामे के मुताबिक उसी ने श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसके 35 टुकड़े किए थे। इस हत्याकांड के बाद आए दिन आफताब नए खुलासे करता रहा है। हालांकि पुलिस को उसकी बातों पर संदेह हो रहा था जिस तरह की जानकारी आफताब दे रहा था उससे पुलिस को लगा कि वह उन्हें भ्रमित कर जांच को भटकाने की कोशिश में है। ऐसे में पुलिस ने आफताब के नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट की इजाजत मांगी। श्रद्धा हत्या मामले में आरोपित आफताब की चौथे चरण की पॉलीग्राफ जांच हुई इसके बाद ही नारकोटेस्ट 5 दिसंबर को हो सकता है उन्होंने कहा कि रोहिणी में स्थित फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री में सोमवार और मंगलवार को पॉलीग्राफ जांच के दो सत्र होंगे पूनावाला पहले ही पॉलीग्राफ जांच के तीन सत्रों से गुजर चुका है।
पॉलीग्राफ में सामने आए आफताब के जन्नत जाने की चाहत
आफताब ने पॉलीग्राफ टेस्ट में बताया कि उसे श्रद्धा की हत्या करने का कोई भी अफसोस नहीं है क्योंकि उसे जन्नत में 72 हूरें मिलेंगी साथ ही साथ अगर उसे फांसी होगी तो अल्ला उसे एक काफिर को मारने के लिए इनाम देगा। सोमवार को तीसरी बार पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया। आफताब से 40 सवाल पूछे गए लेकिन अब तक पुलिस को सभी सवालों के ठोस जवाब नहीं मिले हैं पहले टेस्ट में आफताब को बुखार आने के कारण पॉलीग्राफ टेस्ट में देरी की गई दूसरी बार पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान उसे कई बार छींक आई जिससे उसके शरीर पर लगे उपकरण हिल गए सवाल जवाब की रिकॉर्डिंग ठीक से नहीं हो पाई जिस कारण से तीसरी बार आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया जिससे पुलिस को काफी मदद मिल रही है । इसके जरिए ही उसके घर से पांच चाकू बरामद किए गए। इसके अलावा 18 हड्डिया मिली हैं, जबड़ा का हिस्सा भी मिला है कुछ महरौली के जंगल से, कुछ मैदान गढ़ी के तालाब से और कुछ गुरुग्राम से मिली है और सभी हड्डियों को टेस्ट करने के लिए भेज दिया गया है।
वहीं दूसरी तरफ, पुलिस ने श्रद्धा की हत्या में इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार को बरामद कर लिया है पुलिस ने इस हथियार को सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री जांच के लिए भेज दिया है इसी के साथ पुलिस ने एक अंगूठी भी बरामद की है जो अंगूठी श्रद्धा की है सूत्रों के अनुसार आफताब ने श्रद्धा की हत्या के बाद यह उंगली अंगूठी अपनी एक और प्रेमिका को गिफ्ट कर दी थी जो पेशे से साइकोलॉजिस्ट थी। पुलिस को दिए बयान से आफताब की कट्टर मानसिकता सामने आई है। इस हत्याकांड को सुर्खियों में आए 15 दिन से ज्यादा का समय हो गया है। पुलिस को अब तक श्रद्धा के शरीर के सभी टुकड़े नहीं मिले हैं। तलाश जारी है।
प्रेरणा कुमारी