
वाराणसी : शुक्रवार, 13 जनवरी को भारत के प्रधानमंत्री तथा बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के सांसद नरेन्द्र मोदी, दुनिया के सबसे लंबे सफर पर रवाना होने वाले गंगा विलास क्रूज को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये वाराणसी में हरी झंडी दिखाएंगे। जिसके बाद यह क्रूज डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हो जाएगी। बता दें कि मंगलवार को रामनगर में क्रूज ने लंगर डाला। जिसके बाद 12 जनवरी की रात क्रूज रविदास घाट पहुंचेगा। यहां से 13 जनवरी को पीएम मोदी वर्चुअली इसे हरी झंडी दिखाकर डिब्रूगढ़ के लिए रवाना करेंगे।
22 दिसंबर 2022 को कोलकाता से रवाना की गई, गंगा विलास क्रूज कोलकाता से रवाना होने के ठीक 18वें दिन वाराणसी के कैथी मार्कंडेय धाम पहुंची। बीते कुछ दिनों से उत्तर भारत में पड़ रहे कड़े ठंड के कारण साथ ही साथ घने कोहरे के चलते सोमवार को चंदौली के धानापुर से चले क्रूज को मार्कंडेय महादेव धाम पहुंचने में दोपहर के साढ़े तीन बज गए। जिसके बाद क्रूज यहां से चौबेपुर के गौरीशंकर महादेव घाट, चंद्रावती, गौरा उपरवार, सरसौल, बलुआ घाट, मोकलपुर को पार करते हुए शाम के समय राजघाट से करीब आठ किलोमीटर पहले स्थित रौना गांव में लंगर डाल दिया।
अधिकारियों ने बताया कि वाराणसी में शाम को अस्सी से राजघाट के बीच गंगा में पर्यटक नावों की चहल-पहल ज्यादा रहती है। उन्होंने कहा कि अगर क्रूज के संचालन उस वक्त किया जाएगा तो से नदी में लहरें आएंगी। जिसके कारण इससे छोटी नावों के संचालन पर काफी असर पड़ सकता है। जिसको देखते हुए क्रूज को राजघाट से पहले ही रोक दिया गया।
काशी के गौरव में एक और पन्ने को जोड़ने के मध्यनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को एमवी गंगा विलास क्रूज को डिब्रूगढ़ के लिए रवाना करेंगे। बता दें कि इस क्रूज से 33 स्विस पर्यटक डिब्रूगढ़ जाने वाले हैं। अधिकारियों ने बताया कि 10 जनवरी करीब 2 बजे ही यह सभी स्विस पर्यटकों का दल वाराणसी पहुंच चूका है। साथ ही बताया कि बाबतपुर से लग्जरी वाहन की मदद से इन्हें रामनगर स्थित पोर्ट पर ले जाया गया। जिसके बाद यह सभी पर्यटक अलग-अलग जगहों पर क्रूज से सफर पर निकलेंगे।
लेखक- सात्विक उपाध्याय