
घड़ी की सुई की टिक-टिक अब नेताजी को तंग कर रही है। उनके गुरूभाई चौधरी अजीत सिंह भी रंग दिखाने लगे हैं। ऊपर से यादव सिंह प्रकरण ने नई मुसीबत खड़ी कर दी है। सुना है पोल खुली तो नेता जी (मुलायम) के साथ-साथ पुत्र अखिलेश के कुर्ते पर भी काले धब्बे पड़ जाएंगे। ऊपर से जांच सीबीआई के पास भी पहुंच गई है। ऐसे में नेताजी को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है। एक तरफ 2017 में चुनाव, दूसरे बिगड़ती कानून व्यवस्था, ऊपर से महागठबंधन की भी कोई संभावना नहीं। ऐसे में सत्ता तो सत्ता, राजनीतिक भविष्य भी उन्हे राहु-केतू की छाया नजर आ रही है।