
20 जनवरी, शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान ‘रोजगार मेला’ के तहत सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त करीब 71 हजार कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। बता दें कि नियुक्ति पत्र सौंपते हुए पीएम मोदी ने कहा कि , “निरंतर हो रहे ये रोजगार मेले हमारी सरकार की पहचान बन गए हैं। ऐसे में यह दिखाता है कि हमारी सरकार जो संकल्प लेती है, उसे करके दिखाती है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने भर्ती प्रक्रिया में व्यापक बदलाव किया है। केंद्रीय सेवाओं में भर्ती प्रक्रिया पहले की तुलना में ज्यादा कारगर और समयबद्ध हुई है।
आगे पीएम मोदी ने कहा, “पारदर्शी तरीके से भर्ती और पदोन्नति युवाओं में भरोसा जगाती है। ये पारदर्शिता आज के समय में युवाओं को उन्नति में काफी तैयारी के साथ प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए कॉफी हद तक प्रेरित करती है। जिन्हें नियुक्ति पत्र मिला है उनके लिए ये जीवन का नया सफर है। सरकार का अहम हिस्सा होने के नाते ‘विकसित भारत’ में आपकी सक्रिय भागीदारी रहेगी और विशेष जिम्मेदारी रहेगी। मोदी ने एक बात पर गौर फरमाते हुवे कहा कि वर्तमान समय में बिजिनेस की दुनिया में कहा जाता है कि कंज्यूमर इज आलवेज राहट । युवाओं को टार्गेट करते हुए पीएम ने कहा कि टेक्नोलॉजी के जरिए स्वयं सीखना, ये आज की पीढ़ी को मिला हुआ अवसर है, इसे जाने मत देना। पुराने समय से चले आ रहे एक जिवित नियम जो कि जीवन में लगातार सीखते रहने की ललक ही हम सब को आगे बढ़ाती है , इस बात पर मोदी जी ने विशेष तौर पर ध्यान दिया। ”
उन्होंने कहा, “आज भारत के गांवों में भी उद्यमी हैं, जो डिजिटल तकनीक से बहुत अच्छी तरह वाकिफ हैं। मुझे यह जानकर गर्व महसूस होता है। साथ ही मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि हौसला बुलंद रखें और साहस, प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ आगे बढ़ें। स्टार्टअप की सफलता ने दुनिया भर में युवा शक्ति के सामर्थ्य की नई पहचान बनाई है।”
कौन से पद पर युवा पायेंगे नियुक्ति:
युवा देशभर में विभिन्न सरकारी विभागों में कनिष्ठ अभियंता, लोको-पायलट, तकनीशियन, निरीक्षक, उप निरीक्षक, कांस्टेबल, आशुलिपिक और कनिष्ठ लेखाकार, ग्रामीण डाक सेवक, आयकर निरीक्षक, अध्यापक, नर्स, डॉक्टर और सुरक्षा अधिकारी के पदों पर नियुक्त किए जाएंगे।
पश्चिम बंगाल की सुप्रभा, कश्मीर के श्रीनगर के फैजल शौकत शाह, बिहार के दिव्यांग राजू कुमार और तेलंगाना के वायसी कृष्णा सहित कुछ युवाओं ने प्रधानमंत्री को अपने संघर्षों और अनुभवों के बारे में बताया।
लेखक- सात्विक उपाध्याय