
गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार ,25 जनवरी को कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने और उन्हें समाज और विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर काम कर रही है। बता दें कि बुधवार को गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति ऑडिटोरियम में जनता दर्शन कार्यक्रम के आयोजन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि , “दिव्यांगजनों को सहानुभूति से अधिक प्रोत्साहन और सहयोग की जरूरत है। प्रशासन और विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उपयुक्त संसाधन, उपकरण और प्रमाण पत्र प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध हों।” जिससे दिव्यांगजनों को किसी भी प्रकार की कोई सरकारी योजनाओं को प्राप्त करने में समस्या ना हो।
बता देें कि बुधवार को गोरखपुर स्थित इस सभागार में जनता दर्शन कार्यक्रम में 300 से ज्यादा लोग सीएम योगी से मिलने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि हर समस्या का त्वरित और संतोषजनक तरीके से समाधान किया जाएगा। कुछ “दिव्यांगजन” जनता दर्शन के लिए एक तिपहिया साइकिल का अनुरोध करने आए, जबकि “दिव्यांग” मानसिक समस्याओं और उनके परिवार के सदस्यों के साथ एक प्रमाण पत्र जारी करने के लिए कहने आए।
उनकी समस्या जानने के बाद मुख्यमंत्री ने जरूरतमंद व्यक्तियों को ट्राइसाइकिल या मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि मानसिक रूप से अक्षम लोगों को प्रमाण पत्र देने में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए।
कई आगंतुकों द्वारा गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता के अनुरोध पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विषय पर एक एस्टीमेट तैयार होते ही विशेष सुविधाओं को तुरन्त उपलब्ध करा दिया जाएगा। सीएम योगी ने कहा, “पैसे की कमी के कारण किसी के इलाज में बाधा नहीं आएगी।” योगी आदित्यनाथ ने किसी के साथ अन्याय नहीं होने देने पर जोर देते हुए राजस्व और पुलिस से जुड़े सभी मामलों को पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से हल करने के निर्देश दिए। साथ ही सीएम योगी ने एक बात पर गौर करते हुए कहा कि अगर कोई है जो कि जबरन किसी दूसरे की संपत्ति पर कब्जा करना, तो उसे कानून के मुताबिक सबक सिखाया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीड़ितों के साथ दया का व्यवहार किया जाना चाहिए और उनकी सहायता की जानी चाहिए। कुछ फरियादियों के साथ आए बच्चों को सीएम ने आशीर्वाद देने के साथ ही उन्हें मेहनत से पढ़ाई करने की प्रेरणा देने के लिए चॉकलेट भी दी।
लेखक- सात्विक उपाध्याय