
भारत के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अदानी मंगलवार को दुनिया के दस सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची से बाहर हो गये हैं। अमेरिका वित्तीय फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से अदानी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े गंभीर आरोप लगाने के बाद से इससे जुड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की जा रही है। इस प्रकार के वित्तीय आरोप के बाद अदानी की निजी संपत्ति पर भी काफी असर देखने को मिल रहा है ।
बीते एक सप्ताह के अंदर ही अदानी दुनिया के पांच सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची से बाहर हो गये थे। इसके बाद मंगलवार को जारी की गई सूची के हिसाब से अदानी 10 सबसे अमीर व्यक्तियों की भी सूची से बाहर हो गये हैं। लगातार हो रहे वित्तीय घाटे के कारण अदानी समूह को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा जिसका नतिजा सीधे तौर पर उनके व्यक्तिगत जीवन पर भी देखने को मिल रहा है।
LATEST: Gautam Adani has fallen off the list of the world's top 10 richest people — and he may soon lose his crown as Asia's wealthiest person to longtime rival Mukesh Ambani https://t.co/wzhTzdLrfm
— Bloomberg (@business) January 31, 2023
आर्थिक जगत से संबंधित खबर देने वाले समूह ब्लूमबर्ग की ताजा लिस्ट मेें गौतम अदानी 11वें स्थान पर चले गयें हैं। अब वह अंबानी से महज एक पायदान ऊपर हैं। यह लिस्ट आज यानि की 31 जनवरी को अपडेट की गई है। हालांकि अब भी अदानी फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में आठवें स्थान पर मौजूद हैं। लगातार हो रहे हानि के बाद मंगलवार 31 जनवरी को शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में अदानी इंटरप्राइजेज के शेयर में दो फीसदी उछाल देखने को मिला है। 31 जनवरी को ही अदानी समूह के 20 हजार करोड़ के एफपीओ का आखरी दिन भी है। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक, गौतम अदानी 154.6 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे जिसके बाद वो कुछ दिन पहले जारी की गई फोर्ब्स की सूची में आठवें पायदान पर चले गये थे।
सबकी निगाहें इस बात पर भी टिकी हैं कि शॉर्ट सेलिंग रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद कंपनी अपने एएफ़पीओ के लिए निवेशकों का भरोसा जीत पाती है या नहीं। 24 जनवरी को इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद अदानी समूह की लिस्टेड कंपनियों को 65 अरब डॉलर का नुक़सान हो चुका है। प्रेस के साथ हुए वार्ता में अदानी समूह ने इन रिपोर्टों को बेबुनियाद बताया था। एएफ़पीओ की कामयाबी ये बताएगी कि अदानी समूह हिंडनबर्ग रिपोर्ट के झटके से संभल सकती है या नहीं।
लेखक- सात्विक उपाध्याय