
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दावा किया है कि उसने एक चरमपंथी से परफ्यूम आईईडी बरामद किया है। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि पुलिस ने यहाँ पहली बार पर परफ्यूम आईईडी बरामद किया है। अगर कोई इसे दबाने या खोलने की कोशिश करेगा तो ये फट जाएगा।
दिलबाग सिंह ने बताया कि, ” अभियुक्त ने दिसंबर के आख़िर में तीन आईईडी हासिल किए थे। इनमें से दो का इस्तेमाल कश्मीर के मरवाल इलाक़े में हुआ था। गिरफ़्तार अभियुक्त आरिफ़ लश्कर-तैयबा के चरमपंथी कासिम के इशारे पर काम करता था। पुलिस ने बताया कि कासिम पाकिस्तान से ऑपरेट करता है। हाल में इस इलाक़े में हुई चरमपंथी गतिविधियों के लिए वही ज़िम्मेदार है।”
दिलबाग सिंह के मुताबिक़ ये दोनों बम 20 जनवरी को प्लांट किए गए थे। 21 जनवरी को मरवाल में 20 मिनट के अंतराल के बाद दो विस्फोट हुए थे। पहले विस्फोट के बाद नौ लोग घायल हो गए थे।पुलिस का कहना है कि इसके बाद ही पाकिस्तान के हैंडलर में पिछले तीन साल से संपर्क में रहे चरमपंथी आरिफ को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने जिस कथित चरमपंथी आरिफ़ को गिरफ़्तार किया है, वो पहले सरकारी स्कूल में पढ़ाते था। पुलिस के मुताबिक वो रियायसी जिले का रहने वाला है।
क्या है परफ्यूम आईईडी:
परफ्यूम आईईडी एक ऐसा हथियार है जो आम आईईडी से बिल्कुल अलग होता है। यह देखने में बहुत ही छोटा यानि की पॉकेट साइज़ का होता है, पर यही पॉकेट साइज़ बम बहुत ही खतरनाक होता है। अगर कोई इसे दबाने या खोलने की कोशिश करेगा तो ये फट जाएगा।
लेखक सात्विक उपाध्याय