
तुर्की और सीरिया सोमवार को आए भूकंप से तबाह हो गए हैं। तबाही के बाद, दुनिया भर के देशों ने एकजुटता में सीरिया और तुर्की को मदद की पेशकश की है। दुनिया भर के देश राहत सामग्री और बचाव दल तुर्की भेज रहे हैं। भारत भी ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत दोनों देशों की मदद कर रहा है। जिसके मध्यनजर भारत ने बुधावार को ही एनडीआरएफ के टीम के साथ राहत सामग्री पहुंचाई। जिसकी पुष्टी स्वयं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक ट्वीट के माध्यम से की । इस बीच पाकिस्तान ने सीरिया और तुर्की पर आये इस आपदा और विनाश को देखते हुए इस आपदा को अवसर में बदलने की कोशिश की, जिसका उल्टा असर हुआ। दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने तुर्की के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए राजधानी अंकारा के दौरे की घोषणा की थी।
लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप प्रभावित तुर्की ने अंतरराष्ट्रीय और कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को झटका देते हुए शाहबाज शरीफ की मेजबानी करने से इनकार कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को अपना तुर्की दौरा टालना पड़ा था। यहां यह उल्लेखनीय है कि जब भारत ने राहत दल को तुर्की भेजा तो पाकिस्तान ने भारत को अपना हवाई क्षेत्र इस्तेमाल करने से मना कर दिया था। विनाशकारी भूकंप के एक दिन बाद, पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने ट्विटर पर एक बयान जारी कर कहा, “प्रधान मंत्री शाहबाज शरीफ कल सुबह तुर्की की यात्रा के लिए अंकारा के लिए रवाना होंगे। वह राष्ट्रपति अर्दोआन के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करेंगे। इसी वजह से गुरुवार को बुलाई गई एपीसी की बैठक स्थगित की गई है। सहयोगी दलों से विचार-विमर्श के बाद नई तारीख की घोषणा की जाएगी।”
हालांकि, उनके इस ट्वीट के कुछ घंटे बाद ही तुर्की के प्रधानमंत्री के पूर्व विशेष सहायक आजम जमील ने ट्वीट कर पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ की मेजबानी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘तुर्की इस वक्त सिर्फ अपने देश के नागरिकों का ख्याल रखना चाहता है। इसलिए कृपया राहत कर्मियों को ही भेजें।” पाकिस्तान ने तुर्की में भूकंप के बाद चल रहे राहत कार्य और खराब मौसम को प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ की यात्रा को रद्द करने के लिए जिम्मेदार ठहराया है। तुर्की के राष्ट्रपति के द्वारा किये गये ट्वीट के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चारो तरफ से घिर गये हैं।
पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा, ‘पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ का दौरा भीषण भूकंप के बाद चल रहे राहत कार्य को देखते हुए टाल दिया गया है. प्रधान मंत्री ने अपने भाई देश तुर्की के भूकंप पीड़ितों को उनके कठिन समय में समर्थन देने के लिए एक प्रधान मंत्री राहत कोष स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा कैबिनेट ने एक महीने का वेतन राहत कोष में दान करने का ऐलान किया है. प्रधान मंत्री ने हमारे भाई देश तुर्की से उदार मदद की अपील की है।
लेखक- सात्विक उपाध्याय