
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले मुक़ाबले में भारत ने कंगारू टीम को 1 पारी 232 रनों से मात दिया था। जिसके बाद शुक्रवार को शुरु हुवे दूसरे मुक़ाबले में भी भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया टीम को 6 विकेट शेष रहते ही पराजित कर 3 मैचों की शृंखला अपने नाम की। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने टॉस जीतकर पहले बालेबाजी करने का फैसला लिया। बल्लेबाज़ी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने शुरुआती दौर में विकेट्स गंवा दिए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से वार्नर और स्मिथ जल्द ही पवेलियन लौट गए। ख्वाजा ने पहली पारी में 81, हैंडस्कॉम्ब ने 72 तो वहीं कप्तान कमिंस ने 33 रनों की पारी खेली जिसकी बदौलत ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 263 रन बनाए।
पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने बिना विकेट गंवाए पहला दिन सफलता पूर्वक समाप्त किया। दूसरे दिन बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने पहले सेशन में ही 4 विकेट गंवा दिए। भारत की तरफ से रोहित 32, कोहली ने 44 तो वही पटेल ने 74 रनों की महत्त्वपूर्ण पारी खेली। भारत ने पहली पारी में 262 रन बना सकी। भारत की पहली पारी में कंगारू गेंदबाज लायन लागातार परेशानी का सबब रहे।
दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया टीम काफी अच्छी नजर आ रही थी मगर तीसरे दिन की शुरुआत में भारतीय स्पिन गेंदबाज जडेजा ने 7 तो वहीं अश्विन के 3 विकेट ने कंगारू टीम की कमर तोड़ दी। ऑस्ट्रेलिया की टीम दुसरे पारी में महज़ 113 रनों पर ही धराशाही हो गई। भारत के सामने 115 रनों का लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया की टीम ने रखा। दूसरे पारी में में भारतीय बल्लेबाजों ने 6 विकेट शेष रहते लक्ष्य को हासिल कर लिया और जीत अपने नाम की।
भारत की तरफ से सर्वाधिक 31 रन रोहित ने बनाए। दोनो पारी में जडेजा ने भारत की तरफ से सार्वाधिक 10 विकेट हासिल किए। भारतीय बल्लेबाज कोहली ने अपने 25000 रन भी पूरे किए। पिच में हो रहे ज्यादा घुमाव को देखते हुवे भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने तीसरी दिन के शुरूआत में ही गेंद अश्विन और जड़ेजा के हाथों में थमा दिया। जिसकी बदौलत भारतीय टीम कंगारुओं को 113 रनों पर ही समेटने में कामयाब हो गई। जहां अश्विन ने 3 तो वहीं जड़ेजा ने कुल 7 विकेट हासिल किया। अश्विन 1 मैच में दोनों पारियों में स्मिथ को आउट करने में एक बार और सफल रहे।
लेखक सात्विक उपाध्याय