
सोमवार की रात एक बार फिर से तुर्की में तेज भूकंप के झटके महसूस किये गये। इस भूकंप के झटके की तीव्रता 6.4 बताई जा रही है। जिसका केंद्र दक्षिणी तुर्की शहर अंताक्या के पास था। सीरिया, मिस्र और लेबनान में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए। सोमवार को तुर्की में आए भूकंप केंद्र से 10 किलोमीटर यानी कि करीबन 6.2 मील की गहराई में था। जिसके बाद चारों तरफ अपरा तफरी मच गई। आंतरिक मंत्री सुलेमान सोयलू ने कहा कि अब तक मिली सूचना के अनुसार, तीन लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हैं।
हाल ही में आए कुछ तेज झटकों के कारण पहले ही तुर्की तथा सीरिया में भयावह तबाही देखने को मिली। जिसमें कई बहुमंजिला इमारत जमींदोज हो गईं। किसी भी जगह को देखकर उसका ठीक तरीके से पता बताना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में पहले झटके के करीबन 15 दिनों बाद एक औऱ झटका तुर्की में फिर से महसूस किया गया। बता दें कि सरकार ने पहले ही कई जगहों पर रेड अलर्ट जारी किया हुआ है। साथ ही यह भी कहा है कि इस प्रकार के अभी और झटके देखने को मिल सकते हैं। जिससे आम नागरिक को पूरी तरह से सतर्कता बरतनी होगी, ताकि पहले हुए भयावह तबाही जैसा माहौल फिर ना बन सके। सोमवार को आए 6.4 तीव्रता के भूकंप का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।
फरवरी माह के पहले सप्ताह के 6 तारीख को तुर्की व सीरिया के कई इलाकों में आए जबरदस्त भूकंप ने पूरे देश को ही तबाह कर दिया। बता दें कि 6 फरवरी को लगभग 7.8 तीव्रता के आए भूकंप ने पूरे तुर्की तथा सीरिया को एक मलबे के ढेर में तब्दील कर दिया था। 6 फरवरी को पहले तेज झटके के बाद लगभग 10 अन्य झटकों ने पूरे तुर्की औऱ सीरिया में कई जगहों पर 44000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। पूरे तुर्की तथा सीरिया में कुल 70 हजार से उपर लोगों की गंभीर रुप से घायल होने की सूचना है।
एएफएडी ने सोमवार को कहा कि दो हफ्ते पहले आए भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 44,156 हो गई, इसके और बढ़ने की उम्मीद है। 3,85,000 अपार्टमेंट नष्ट हो गए हैं या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और कई लोग अभी तक लापता हैं। राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने कहा कि तुर्की के 11 भूकंप प्रभावित प्रांतों में लगभग 200,000 अपार्टमेंट का निर्माण कार्य अगले महीने शुरू होगा।
लेखक – सात्विक उपाध्याय