
शनिवार को भारतीय प्रधानमंत्री नें युवा शक्ति का दोहन-कौशल और शिक्षा पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित किया। जिसमें पीएम मोदी ने कहा कि अमृत यात्रा की यात्रा का नेतृत्व भारतीय युवा कर रहे हैं और इसीलिए इस साल के बजट में विकसित भारत के लिए युवाओं और उनके भविष्य पर सबसे ज्यादा फोकस किया गया है। उन्होेंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में लर्निंग और स्किलिंग पर फोकस किया गया है। हमारा शिक्षा क्षेत्र वर्षों से कठोरता का शिकार रहा है और हमने युवाओं के दृष्टिकोण और भविष्य की मांगों के आधार पर शिक्षा और कौशल का समामेलन लाकर इसे बदलने की कोशिश की है।
आगे अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कही कि नई टेक्नोलॉजी नई तरह की क्लासरूम के निर्माण में भी मदद कर रहे हैं। कोविड के दौरान हमने अनुभव भी किया है, इसलिए आज सरकार ऐसे टूल्स पर फोकस कर रही है जिससे anywhere access of knowledge सुनिश्चित हो सके। मुझे खुशी है कि नई शिक्षा प्रणाली के हिस्से के रूप में कौशल को शामिल करने में शिक्षकों ने हमारा समर्थन किया है और इसने सरकार को हमारे शिक्षा क्षेत्र में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित किया है। उन्होंने साथ ही कहा कि नई तकनीक नए जमाने की कक्षाओं के निर्माण में मदद कर रही है। आज भारत में कई डिजिटल और तकनीकी पहलें हैं जो हमारे विश्वविद्यालयों को मजबूत कर रही हैं। इस तरह के भविष्यवादी कदम ज्ञान, कौशल और शोध को बदलने में मदद करेंगे।
आज भारत को दुनिया manufacturing hub के रूप में देख रही है।
इसलिए आज भारत में निवेश को लेकर दुनिया में उत्साह है। ऐसे में skilled workforce आज बहुत काम आती है।
इसलिए इस बजट में skilling पर बीते वर्षों के फोकस को हमने आगे बढ़ाया है।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/egMXDDM00Y
— BJP (@BJP4India) February 25, 2023
पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बात यह रही कि आज भारत को दुनिया manufacturing hub के रूप में देख रही है। इसलिए आज भारत में निवेश को लेकर दुनिया में उत्साह है। ऐसे में skilled workforce आज बहुत काम आती है। इस बजट में ‘पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना’ का भी ऐलान किया गया है। इससे हमारे पारंपरिक कारीगरों, हस्तशिल्पियों, कलाकारों के स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जाएगा। इंटर्नशिप कल्चर का और अधिक विस्तार किया जाना चाहिए क्योंकि अप्रेंटिसशिप से छात्रों को भविष्य के लिए तैयार होने में मदद मिलेगी। हम इंटर्नशिप और अप्रेंटिसशिप के माध्यम से युवाओं को कक्षा के बाहर एक्सपोजर देने के लिए एक केंद्रित दृष्टिकोण के साथ काम कर रहे हैं।जो युवा स्किल इंडिया मिशन के तहत प्रशिक्षित हुए हैं, हम उनका भी अपडेटेड डेटा बेस तैयार करेंगे। क्योंकि कई ऐसे युवा होंगे, जिनके स्किल्स को अपग्रेड करने की जरूरत होगी।
बता दें कि पीएम ने आगे यह भी कहा कि अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम के तहत हम उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान कर एक इकोसिस्टम बनाने के साथ-साथ स्टाइपेंड भी दे रहे हैं। इस वर्ष के बजट में हमने 50 लाख युवाओं को स्टाइपेंड देने का प्रावधान किया है। कौशल कार्यबल आज के समय में बहुत महत्वपूर्ण है और हमने अपने युवाओं को कौशल प्रदान करने के अपने प्रयासों को जारी रखा है। प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना 4.0 में दिव्यांगजनों, आदिवासियों और महिलाओं सहित युवाओं को कौशल, पुनर्कौशल और अपस्किल कार्यक्रमों के साथ तैयार किया जाएगा। पीएम कौशल विकास योजना 4.0 के हिस्से के रूप में, हम एआई, रोबोटिक्स, आईओटी और ड्रोन क्षेत्र में कौशल प्रदान कर रहे हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करने वाले इन क्षेत्रों के लिए कुशल जनशक्ति पैदा करने में मदद मिलेगी क्योंकि उन्हें अपनी आवश्यकताओं के लिए पुनर्कौशल पर खर्च नहीं करना पड़ेगा।
लेखक- सात्विक उपाध्याय