
राजू पाल जो कि मायावती जी के बहुजन समाज पार्टी के विधायक थे और 2005 में उनकी हत्या कर दी गई थी। उस हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल थे। बता दें कि 2005 में हुई राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद है, जो इस वक्त गुजरात की एक जेल में बंद है। अब ऐसे में अतीक अहमद को शुक्वार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिये गये बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला दिया जाएगा के बाद, सोमवार को प्रयागराज में हुए पुलिस इंकाउंटर के बाद अब बाहुबली नेता अतीक अहमद ने अपनी सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट को दी गई अर्जी में अतीक अहमद ने लिखा है कि उन्हें स्पेशल सुऱक्षा व्यवस्था मुहैैया कराया जाए। साथ ही अतीक ने यह भी कहा कि उसे यूपी में दर्ज मामले की सुनवाई के लिए गुजरात से बाहर ना भेजा जाए, उसकी सुरक्षा और जान को खतरा है।
याचिका में अहमदाबाद जेल से यूपी की जेल में प्रस्तावित ट्रांसफर का विरोध किया गया है। बता दें कि याचिका में सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने तथा साथ ही प्रस्तावित ट्रांसफर को लेकर अतीक अहमद के अंदर साफ तौर पर डर देखने को मिल रहा है। उनका कहना है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है। जैसा पहले भी उत्तर प्रदेश में विकास दुबे के मामले में किया जा चुका है। अतीक अहमद द्वारा याचिका में साफ तौर पर यह भी लिखा गया है कि अगर पुलिस कस्टडी में रखकर ही पूछताछ करनी है, तो गुजरात में ही कोर्ट परिसर के आसपास गुजरात पुलिस की निगरानी में ही ये सब किया जाए। जिससे उनके साथ किसी प्रकार की कोई अप्रीय घटना ना घटित हो सके।
एक नए जानकारी के मुताबिक अतीक अहमद का पूरा परिवार जफर खालिद नाम के एक अतीक के बेहद करीबी के घर रह रहा था। प्रदेश के प्रयागराज में जफर खालिद अहमद की अवैध संपत्ति पर पीडीए का बुलडोजर चला। जफर, बाहुबली अतीक अहमद का बेहद करीबी माना जाता है। अतीक का पूरा परिवार जफर के घर पर ही रहता था।
लेखक- सात्विक उपाध्याय