
शुक्रवार को सीबीआई रिमांड खत्म होने ठीक एक दिन पहले दिल्ली आम आदमी के प्रमुख चेहरा माने जाने वाले मनीष सिसोदिया ने कोर्ट में एक जमानत याचिका दायर की थी। जिसके बाद दिल्ली आबकारी मामले में गिरफ्तार हुए सिसोदिय को दोपहर 2 बजे सीबीआई कोर्ट में विशेष जज एमके नागपाल के समक्ष पेश किया गया। जिसके बाद दिल्ली की एक अदालत ने सीबीआई की दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की हिरासत को तीन दिन और बढ़ाने की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। सिसोदिया को दिल्ली की शराब नीति के कथित भ्रष्टाचार के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया गया था। और सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद कोर्ट ने सिसोदिया को 4 मार्च तक के लिए सीबीआई रिमांड पर भेज दिया था। अब ऐसे में फिर से कोर्ट द्वारा याचिका सुरक्षित रखे जाने के बाद उनकी कस्टडी को 3 दिन के लिए बढ़ाया गया है। जिसके बाद जमानत याचिका पर अब 10 मार्च को सुनवाई की जाएगी।
ऐसे में कई लोगों का कहना है कि सिसोदिया की होली इस बार जेल में ही मनेगी और वो वहीं माहौल बनाएंगे। सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को होली मुबारक।
सिसोदिया के कोर्ट में पेशी के दौरान कोर्ट के बाहर काफी भारी मात्रा में प्रदर्शन किया गया। सिसोदिया के अधिवक्ता ने सीबीआई की याचिका का विरोध करते हुए कहा है कि जांच एजेंसी की अक्षमता उनके मुवक्किल को रिमांड पर लिए जाने की वजह नहीं हो सकती। मनीष सिसोदिया ने जज के समक्ष पेश होते हुए कहा, “वो मुझे 9-10 घंटे बिठाकर बार-बार एक जैसे ही सवाल कर रहे हैं। ये मानसिक उत्पीड़न से कम नहीं है।” इस मामले में अदालत ने सीबीआई को नोटिस भी दिया है। सिसोदिया ने कहा है कि जांच में सहयोग ना करना कस्टडी को बढ़ाने का आधार नहीं हो सकता है। उन्होंने अपनी रिमांड को बढ़ाये जाने का विरोध किया है।
लेखक- सात्विक उपाध्याय