
दुनिया की जानी मानी लोकप्रिय चायनीज कंपनी टीक-टॉक एक बार फिर से घेरे मेें आ गयी है। लोकप्रिय वीडियो ऐप टिकटॉक ने दावा किया है कि अमेरिकी सरकार ने कहा है कि चीन के उसके मालिक इस कंपनी में अपने शेयर बेच दें, नहीं तो अमेरिका में उस पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। टिकटॉक के प्रवक्ता के हवाले से यह जानकारी दी है कि जाने माने अप्लिकेशन टीक टॉक के अमेरिका में 10 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। ऐसे में अमेरिका द्वारा इस प्रकार एकाएक कड़े एक्शन लेने के बाद टीक-टॉक के पास कोई भी दूसरा रास्ता नहीं दिख रहा है। बता दें कि अमेरिका का लंबे समय से आरोप रहा है कि टिकटॉक अमेरिकी उपभोक्ताओं के आंकड़े चीन की सरकार के साथ साझा करती है। इसे लेकर कंपनी के अमेरिकी सरकार से रिश्ते पहले भी तनावपूर्ण दौर से गुजरे हैं। 2020 में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल में टिकटॉक पर प्रतिबंध लग चुका है। हालांकि बाद में अमेरिकी अदालत ने सरकार के उस फ़ैसले को ख़ारिज कर दिया था। अब ऐसे में एक बार फिर से 2020 के बाद मौजूदा बाइडन प्रशासन के कार्यकाल में टिकटॉक पर पहली बार प्रतिबंध का ख़तरा मंडरा रहा है।
ऐसे में दिसंबर माह में दुनिया भर में कोविड 19 जैसे खतरनाक जहर का इजात करने के बाद तथा उसे विश्व स्तर पर फैलाने के बाद चीन ने इस बात को लेकर कोई सफाई नहीं दी थी। साफ तौर पर यह जग जाहिर था कि चीन से ही कोविड फैलना शुरु हुआ था। जिसके कुछ ही दिनों बाद भारत द्वारा एक ऐसा कदम उठाया गया था जिसके बाद से पुरे चीनी मार्केट मेंं उथल पुथल मच गई थी। भारत की वर्तमान सरकार ने इस बात पर पूरी तरह से गौर करते हुए कुल 224 से अधिक चाइनीज अप्लिकेशन्स को तत्काल प्रभाव से बैन कर दिया था। जिसके कारण चीन को आर्थिक तौर पर काफी नुकशान झेलना पड़ा था। इस बैन में सबसे बड़ा झटका चीनी एैप टीक-टॉक को लगा था। एकाएक भारत के साथ ही दुनिया के कई देशों ने भारत का इस निर्णय पर समर्थन दिया था। साथ ही कई एप्लिकेशन को बैन किया था।
लेखक- सात्विक उपाध्याय