ग्लुटेन मुक्त आहार अगले साल का सबसे बड़ा ट्रेंड माना जा रहा है। इस प्रकार के आहार की लोकप्रियता बढऩे का कारण उसमें वजन को नियन्त्रित करने के साथ व्यक्ति को फिट रखने के गुणों का समावेश होना है।
ग्लुटेन क्या है : गेहूं में मुख्य रूप से पाया जाने वाले प्रोटीन कॉम्प्लेक्स ग्लुटेन कहलाता है। सीलिएक रोग (एक ऑटो इम्यून डाइजेस्टिव एलमेंट) से पीडि़त व्यक्तियों को गेहूं युक्त खाद्य पादार्थों से बचना चाहिए, क्योंकि ग्लुटेन की मात्रा इसमें होती है। ‘ग्लुटेन असहिष्णु’ व्यक्तिको ‘गेहूं असहिष्णु’ व्यक्ति के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे व्यक्ति त्वचा के कुछ खास रोग – जैसे ‘डर्मेटाइटिस’ और ‘हर्पेटिफॉम्र्स’ से पीडि़त हो सकते हैं। उन्हें गेहूं के साथ राई और ट्रीटिकल जैसे अन्य ग्लुटेन युक्त खाद्य पदार्थ को आहार की अपनी सूची से निकाल देना चाहिए। सीलिएक रोगियों को अपने भोजन कीतरफ विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्हें अपने भोजन में चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा और किन्वा को शामिल करना चाहिए, क्योंकि इनमें ग्लुटेन नहीं होता और ‘ग्लुटेन असहिष्णु’ व्यक्ति आराम से इसका सेवन कर सकते हैं।
ग्लुटेन मुक्त आहार के फायदे
कोलेस्ट्रॉल स्तर में सुधार: विशेषज्ञों के मुताबिक, उच्च कॉलेस्ट्रॉल होने का सामान्य कारण ग्लुटेन होता है। ग्लुटेन मुक्त आहार से कॉलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर नियन्त्रित किया जा सकता है।
फलों और सब्जियों का सेवन: फलों और सब्जियों का सेवन करने का मुख्य कारण उनका ग्लुटेन मुक्तहोना है। इसके अतिरिक्त वे स्टार्च रहित भी होती हैं।
जंक फूड: ग्लुटेन मुक्त आहार से जंक फूड का खाना कम हो जाता है। स्वास्थ्य पर खराब असर डालने वाले तेल भी शरीर में नहीं पहुंचते। ऐसे तेल हाइड्रोजनीकृत होते हैं, जो पेस्ट्रीज आदि ब्रेड प्रौडक्ट जैसे उत्पाद में उपयोग किए जाते हैं।
पाचन: ग्लुटेन मुक्त आहार पाचन संबंधी समस्याओं का समाधान भी करते हैं। इससे पेट में क्रैम्प्स पडऩा, गैस, कब्ज या दस्त होने में आराम मिलता है।
मानसिक परिवर्तन: इससे न्यूरोलॉजिकल बदलाव होते हैं। इन बदलावों में मूड में सुधार होना, ध्यान फोकस करना में, बेहतर सोच में मदद को शामिल किया जा सकता है।
एलर्जी में लाभ: ‘ग्लुटेन असहिष्णुता’ से त्वचा में होने वाली खुजली, खारिश, जलन, जोड़ों का दर्द, मसल क्रैम्प, पैरों में सुन्नता और एग्जिमा जैसे बीमारियां हो सकती हैं। इन्हें ग्लुटेन मुक्त आहार के सेवन से कम किया जा सकता है।
इस रोग (सीलिएक) के मुख्य लक्षण- गैस, कम भूख, वजन घटना, पेट दर्द, मतली और उल्टी आदि होते हैं। ग्लुटेन का सेवन सीलिएक रोगियों की सेहत पर भारी नुकसान कर सकता है। ग्लुटेन के सेवन से वे कुपोषण का शिकार हो सकते हैं, क्योंकि आवश्यक पोषण छोटी आंतों मे अवशोषित होने की जगह मल में निकल जाता है। इसकारण शरीर में विटामिन की कमी हो जाती है और वजन घटना भी शुरू हो सकता है। यह ‘लो बोन डेनसीटी’, मस्तिष्क संबंधी समस्याओं और अवरूद्ध विकास में योगदान दे सकता है। मल में विटामिन-डी और कैल्शियम कीमौजूदगी बच्चों में ऑस्टियोपोरोसिस और रिकेट्स जैसी बीमारियों की संभावना बढ़ा सकती हैं।
कई जाने-माने एथलीट अपने भोजन में ग्लुटेन मुक्त आहार शामिल कर उसका आनंद ले रहे हैं। यह गहरी नींद, पाचन में सुधार और शरीर की ऊर्जा बढ़ाता है। ग्लुटेन मुक्त आहार की गुणवत्ता से उनके एथलेटिक प्रदर्शन में भी सुधार हुआ है। कुछ फास्ट फूड रेस्टोरेंट ऐसे हैं जहां ग्लुटेन मुक्त भोजन परोसा जाता है। ये रेस्टोरेंट अपने मापदंडों के अनुसार भोजन उपलब्ध कराते हैं। ग्लुटेन असहिष्णु व्यक्तियों के लिए ऐसे रेस्टोरेंट एक बढिय़ा विकल्प हैं जहां वे चिंता मुक्त होकर अपने भोजन का आनंद ले सकते हैं।
निभानपुदी सुगुना