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फूड सिक्योरिटी बिल पर चर्चा के दौरान यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपना पक्ष पूरी ताकत के साथ हिंदी में रखा और इस बाद का अहसास दिलाया कि यह बिल कांग्रेस की चुनावी रणनीति का हिस्सा है। रात को आठ बजे अचानक उनकी सेहत गड़बड़ा गई और उन्हें तुरंत एम्स अस्पताल पहुंचाया गया। उनकी बीमारी देश के लिए ब्रेकिंग न्यूज बनी। फूड सिक्योरिटी बिल पीछे रह गया। पूरे देश ने वह दृश्य कई बार देखा। कांग्रेसी तो नेता की बीमारी में भी दुकान ढूंढ़ लेते हैं। सोनिया गांधी का संतुलन बिगड़ते देख हरियाणा की नेता और केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने उन्हें संभाला और उन्हीं के साथ गाड़ी में बैठ कर अस्पताल गईं। दूसरे दिन शैलजा के समर्थक मिठाइयां बांटते नजर आए कि अब तो मुख्यमंत्री हुड्डा पर शैलजा भरी पड़ी हैं। कार्यकर्ताओं के उत्साह को देख शैलजा ने भी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए मंत्री पद त्यागने की बात की। लेकिन यह उत्साह कुछ घंटे का रहा, जब कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी ने कहा कि अभी अध्यक्ष के बारे में कोई फैसला नहीं हो रहा है। |
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जब जेटली की जबान फिसली
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आजकल नेताओं के बयानों और उनके वक्तव्यों को लेकर मीडिया तिल का ताड़ बना देता है। चाहे वह शशि थरूर द्वारा कैटल क्लास कहने की बात हो, मोदी द्वारा कार के पहिए के नीचे कुत्ते के बच्चे का आने की बात हो या फिर दिग्विजय सिंह का जौहरी के नाते टंच माल कहने की बात हो। पूरे दिन भर खबरिया चैनलों ने इसे मजे लेकर परोसा। पिछले दिनों जब कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने अंतरराष्ट्रीय खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को ‘ओसामा जी’ कहा तो भाजपाई ऐसे टूट पड़े, मानो दिग्विजय ने ओसामा को राष्ट्रसंत कहा हो। लेकिन पिछले दिनों राज्यसभा में पाकिस्तान पर बहस करते हुए सदन के नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने भी हाल ही में दिल्ली में पकड़े गए आतंकवादी टुंडा के बारे में दिए अपने एक बयान में कहा कि ‘दिल्ली पुलिस हैज अरेस्टेड ए जेंटलमैन कॉल्ड टुंडा’। यह बात अलग है कि मीडिया में और खबरें होने के कारण इसे ज्यादा तवज्जो नहीं मिली, वरना जेटली को भी यह बताते-बताते पसीना आ जाता कि आतंकवादी टुंडा जेंटलमैन कैसे बन गया। |
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