महिलाओं में धूम्रपान की बढ़ती प्रवृत्ति को विदेशी संस्कृति का कुप्रभाव कहिये या पुरूषों से होड़ लगाने की तथाकथित आधुनिकता, परन्तु यह एक कटु सत्य है कि...

अनाथों के नाथ बनें समाज व सरकारें
जब सारा समाज इस छोटी सी जिम्मेदारी को अपने कंधों पर ले लेगा तो हमारा देश उस नैतिक पाप से बच जाएगा जो आज अनाथों को अनाथ समझकर लगातार लापरवाही करता जा र...

यह कैसी शिक्षा-व्यवस्था? संस्कारविहीन समाज में बुजुर्गों का अपमान!
By ललित गर्ग वर्तमान दौर की एक बहुत बड़ी विडम्बना है कि इस समय की बुजुर्ग पीढ़ी घोर उपेक्षा और अवमानना की शिकार है। यह पीढ़ी उपेक्षा, भावनात्मक रिक्तत...