दिल्ली की सीमाओं पर पिछले करीब तीन महीने से जारी किसान आंदोलन का सचमुच वही घोषित मकसद है, जिसका दावा किसान आंदोलनकारी कर रहे हैं? यह सवाल इन दिनों पूर...

किसान आन्दोलन का नया मंच : ट्विटर
सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले दो माह से भी अधिक समय से चल रहा किसान आंदोलन भले ही 26 जनवरी के बाद से दिल्ली की सीमाओं में प्रवेश नहीं कर पा ...

रिहाना ना ना ना
केन्द्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले ढ़ाई महीने से अधिक से दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं। देश तो देश विदेशों में भी यह आंदोलन चर्च...

कृषि कानूनों के इंटेंट और कंटेंट पर चर्चा होती तो किसानों तक सही चीज पहुंच सकती थी
इस कोरोना काल मे तीन कृषि कानून लाए गए। ये कृषि सुधार का सिलसिला बहुत ही आवश्यक है, बहुत ही महत्वपूर्ण है और वर्षो से जो हमारा कृषि क्षेत्र चुनौतियां ...

लोकतंत्र में अराजकता के लिए कोई स्थान नहीं
लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति गहन आस्था, विकास एवं सुधार को राजनीति की केंद्रीय धुरी बनाने, आम नागरिकों के साथ प्रत्यक्ष संवाद स्थापित करने की कला में ...

आंदोलन कहीं किसानों को ही विफल करने की नीति न साबित हो
कहते हैं कि शंका का इलाज हकीम लुकमान के पास भी नहीं था। फिर शंका के पीछे कुछ लोगों की अपनी राजनीति और अपने एजेंडे हों तो फिर इसका समाधान और भी मुश्किल...

हथियार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ते कदम
हर साल २६ जनवरी के दिन देश सिर्फ आजाद भारत की गणतांत्रिक व्यवस्था की सालगिरह ही नहीं मनाता, बल्कि विगत की अपनी राजनीतिक, आर्थिक और सैनिक विकास यात्रा ...

रोटी बनाम बंदूक के दौर में किफायती वायु ताकत
हम ऐसे दौर में है, जब लगातार महंगी और पेचीदी हेाती जा रही वायु ताकत एक अलग ही अहमियत ले चुकी है। वायु ताकत अब सिर्फ इकलौती वायु सेना की ही कार्रवाई और...

“देश के स्वाभिमान पर किसी भी तरह की चोट हम बर्दाश्त नहीं करेंगे”
आज, जब वायुसेना की यह प्रतिष्ठित एकेडमी, अपनी गोल्डन जुबली से बस कुछ कदम दूर है, हम संकल्प लें, कि अपने राष्ट्र की सुरक्षा, सम्मान और उसके प्रति समर्प...

शक्ति के साथ शांति का संदेश देता भारत
अहिंसा के मंत्र से दुनिया को अवगत कराने वाला भारत आज एक बार फिर विश्व के मानचित्र पर मजबूती के साथ उभर रहा है। बिना हथियार उठाए आजादी हासिल करने वाला ...