ब्रेकिंग न्यूज़ 

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विशेष अदालतें मील का पत्थर साबित हों

0 January 14, 2018

केन्द्र सरकार ने दागी और आपराधिक नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों के मामलों का निस्तारण करने के लिए बारह विशेष अदालतें गठित करने एवं इसके लिये अलग से वित्त म...

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अदालतों की व्यवस्था सुधारनी ही होगी

0 May 18, 2017

हमारे देश की न्याय व्यवस्था पर मुकदमों का बोझ कम होने के स्थान पर लगातार बढ़ता जा रहा है। जब भी अदालतों में बढ़ते मुकदमों या एक-एक मुकदमें के निर्णय म...

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समान नागरिक संहिता आवश्यकता और व्यावहारिकता

0 April 21, 2017

आज भारतीय राजनीति के सामने सबसे विवादित मुद्दों में से एक समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का है। वैसे संविधान में शामिल राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत का...

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तलाकशुदा दम्पत्ति के बच्चों का दुर्भाग्य

0 October 6, 2016

वैवाहिक सम्बन्धों में जब पति-पत्नी आपस में छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई-झगड़ों के कारण तनावयुक्त जीवन बना लेते हैं और एक लम्बी अवधि इस प्रकार के वातावरण म...

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भरण पोषण और वाद खर्च बनाम लैंगिक न्याय

0 September 22, 2016

आज विवाह एक कानूनी मसला भी है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जहां करीब एक दशक पहले 1000 में से मुश्किल से एक विवाहित जोड़ा तलाक के लिए को...

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न्याय व्यवस्था के पूर्ण सुधार की तैयारी

0 September 8, 2016

मेरे सामाजिक जीवन की शुरुआत संघ के सामाजिक कार्यों से हुई। मैंने अपने व्यक्तिगत जीवन में वकालत को एक सामाजिक सेवा रूपी पेशे के रूप में ही समझा। भारत क...

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कब तक समान नागरिक कानून की राह रोकी जाएगी?

0 December 18, 2015

हाल ही में एक मामले पर सुनवाई के दौरान गुजरात कोर्ट ने समान नागरिक संहिता की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट ने यह टिप्पणी जफर अब्बास नाम के एक शख्स की अर...

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फिर बजा न्याय का डंका

0 December 3, 2015

न्यायपालिका ने पिछले दिनों दो महत्वपूर्ण फैसले किए हैं। जिसके लिए वह प्रशंसा की पात्र है। पहले फैसले में दिल्ली के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कावेरी बवेज...