मनुष्य इस दुनिया का एक हिस्सा है या उसका स्वामी? वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रश्न बन गया है क्योंकि मनुष्य के कार्य-व्यवहार से ...

ग्लोबल वार्मिग का बढ़ता खतरा
वैश्विक तापमान यानी ग्लोबल वार्मिंग आज विश्व की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। इससे न केवल मनुष्य, बल्कि धरती पर रहने वाला प्रत्येक प्राणी त्रस्त है। ग्...

ताजा पानी के मोती का उत्पादन
मोती एक प्राकृतिक रत्न है जो सीप से पैदा होता है। भारत समेत हर जगह हालांकि मोतियों की मांग बढ़ती जा रही है, लेकिन दोहन और प्रदूषण से इनकी संख्या घटती ...

भारत के लिए बढ़ती जल प्रबंधन की चुनौती और बाढ़ का खतरा
अभी तक हम कहते थे कि बिहार के लिए बाढ़ न्यू नार्मल है, लेकिन बाढ़ अब पूरे भारत के लिए ‘न्यू नार्मल’ हो गई है, जो हर साल आती ही है। मानसून की शुरुआत मे...

प्लास्टिक से मुक्ति नितांत आवश्यक
वैसे तो विज्ञान के सहारे मनुष्य ने पाषाण युग से लेकर आज तक मानव जीवन सरल और सुगम करने के लिए एक बहुत लंबा सफर तय किया है। इस दौरान उसने एक से एक वो उप...

जल संकट : आखिर हमसे चूक कहां हुई?
देश के विभिन्न शहरों में मई और जून के महीनों में तापक्रम में अबाध वृद्धि और पेय जल के लिए गली के नुक्कड़ों पर स्थित नलों, चापाकलों, कुंओं और सूखते नदी...

अनियमित मानसून गहराता जल संकट
दि इंडियन मेटेरियोलोजिकल डिपार्टमेंट के आंकड़ों पर यकीन करें तो यह दुखद सच हमें चिंतिति कर जाता है कि देश में लगातार दो दशकों से औसतन मानसून की वर्षा...

सिमटता जल, उजड़ती धरती
सौरमंडल के सर्वाधिक पांचवें विशाल ग्रह और प्राय: 4000 मील की त्रिज्या और 70 फीसदी जल से आप्लावित नीले रंग की धरती महज एक भौगोलिक पिंड नहीं है, बल्कि इ...

क्या इस कीमत पर विकास सोचा था आपने?
आज जब दिल्ली की हवा में प्रदूषण के स्तर ने विश्व के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए तो इस बात को समझ लेने का समय आ गया है कि यह आज एक समस्या भर नहीं रह गई ह...

प्रदूषण रहित धरती हो लक्ष्य!
धरती का अस्तित्व रखने वाले सभी जीवों का प्रकृति से सीधा संबंध है। प्रकृति में हो रही उथल-पुथल का प्रभाव सब पर पड़ता है। मनुष्य की छेड़छाड़ की वजह से प...