भारत भूमि पर अनेकानेक संतों, गुरुओं, मार्गदर्शकों, उपदेशकों, चिंतकों व दार्शनिकों का अवतरण निरंतर होता रहा है, जिन्होंने अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा से स्वक...

ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामीजी: आध्यात्मिक शक्ति एवं सिद्धियों से सम्पन्न संत
आधुनिक भारत के आध्यात्मिक क्षितिज पर ऐसे अनेक संतों, धर्मगुरुओं एवं मनीषियों का वर्चस्व देखने को मिल रहा है, जिन्हें उनके श्रद्धालु एवं अनुयायी चमत्का...

पूज्या हेमलताजी शास्त्री: श्रीकृष्ण-भक्ति की शीतल महक
हमारा देश भारत, जिसे आस्था और विश्वास की जननी कहा जाता है, जहां की सभ्यता और संस्कृति विश्व की प्राचीनतम संस्कृति में शुमार है, जिसका अनुसरण संपूर्ण व...

आचार्य श्री मृदुल कृष्ण गोस्वामी: भागवत पुराण के अद्भुत शिल्पकार
हमारे देश में कितने ही पवित्र संत, गुरु, ऋषियों ने अपने दैवीय शक्ति, आनंद, प्राचीन ग्रंथों के ज्ञान और आध्यात्मिक ज्ञान के साथ दुनिया को आशीर्वाद दिया...

आचार्य श्री विद्यासागरजी मुनिराज: अलौकिक साधना वाले विलक्षण संत
साधक अध्यात्म का यात्री होता है। उसका लक्ष्य होता है अपूर्णता से पूर्णता की दिशा में प्रस्थान। सही दिशा में उठा एक-एक कदम उसे सत्य, ज्योति एवं अमृतत्व...

बाल योगेश्वर प्रेम रावत महाराजी: शांति के राजदूत का विलक्षण कार्य
धर्म एवं अध्यात्म जगत के इतिहास में श्री प्रेम रावत इन शताब्दियों का एक दुर्लभ बहुआयामी व्यक्तित्व हैं। जिन्हें बाल योगेश्वरजी एवं महाराजी के नाम से भ...

आचार्य डॉ. संजय कृष्ण सलिल विलक्षण कथावाचक और भक्ति सम्राट
भारत की संस्कृति में ऐसे अनेक महापुरुष संत, ऋषि एवं कथावाचक हैं जो जनता के मन में अध्यात्म एवं धर्म के प्रति आकर्षण जाग रहे हैं। अध्यात्म ही एक ऐसा तत...

श्री चन्द्रप्रभ सागरजी महाराज : आध्यात्मिक एवं नैतिक क्रांति का शंखनाद
भारत अध्यात्म की अनूठी एवं विलक्षण धरा है, उसकी तेजस्विता एवं उसके गौरव की स्थापना के लिये अनेक संत-मनीषी महापुरुषों ने अपनी साधना, अपने त्याग, अपने क...

डॉ. साध्वी विश्वेश्वरीदेवीजी : भारतीय संस्कृति और हिन्दू संस्कारों की संवाहक
पूज्य साध्वी डॉ. विश्वेश्वरीदेवीजी का जन्म 13 दिसंबर, नवमी तिथि के दिन डबरा-ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में एक सद्ब्राह्मण परिवार में पिता पंडित श्री हरिशं...

योगगुरु भारत भूषणजी : योग से शांति का सिंहनाद
भारत धर्मप्रधान देश है। यहां समय-समय पर अनेक महापुरूषों ने धर्मक्रांति का स्वर बुलंद किया। भगवान महावीर और बुद्ध ने धर्म के क्षेत्र में जाति के आधार प...