प्रत्येक वर्ष हम भगवान महावीर की जन्म-जयन्ती मनाते हैं। महावीर जयन्ती मनाने का अर्थ है, महावीर के उपदेशों को जीवन में धारण करने के लिये संकल्पित होना।...

नव संवत्सर
By श्रीकृष्ण मुदगल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को हम नव संवत्सर के रूप में मनाते हैं। ब्रह्म पुराण के निम्न श्लोक ”चैत्र मासे जगद ब्रह्मा ससर्ज प्रथमे ...

धर्म एवं अधर्म को समझना आवश्यक है
By महेशचन्द शर्मा आज से लगभग पांच हजार वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मित्र तथा भक्त अर्जुन को भगवद्गीता सुनाई थी। यह मानवीय इतिहास की सबसे महान द...