सनातन संस्कृति ने विश्व के कल्याण हेतु सर्वथा पथप्रदर्शक की भूमिका का निर्वहन किया है। इस संस्कृति ने अपने उदार चरित्र का परिचय यथा समय दुनिया के समक्...

क्या है सोलह संस्कार ?
संस्कृति नातन परंपरा में संस्कार वह कर्म है, जो मनुष्य को पशु से अलग करता है। सनातन धर्म में बताए गए 16 संस्कारों के बारे में सुना तो हम सभी ने है, ले...

भारत का मूल तत्व सनातन संस्कृति
भारत ने अन्य देशों में हिंदू धर्म को स्थापित करने अथवा उनकी जमीन हड़पने के उद्देश्य से कभी भी किसी देश पर आक्रमण नहीं किया है। परंतु, वर्ष 1947 में, ल...

नमस्कार का चमत्कार
पूरे विश्व में भारत एक ऐसा देश है। जिसकी संस्कृति और सभ्यता को सबसे अनोखा माना जाता है और भारत की पहचान है, उसकी नमस्कार की मुद्रा। दुनिया में जहां कह...

छठ पूजा और भारतीय संस्कृति
भारत कोई भूमि का टुकड़ा नहीं है, यह जीता जागता राष्ट्रपुरुष है । ये वंदन की धरती है, ये अभिनन्दन की भूमि है । ये अर्पण की भूमि है ये तर्पण की भूमि है।...

रहस्यों से भरा कैलाश पर्वत
निया में कोई भूमि ऐसी नहीं जहां ईश्वर स्वयं निवास करते हों। यह सिर्फ और सिर्फ भारत है। यहां के कण-कण में ईश्वरीय चेतना व्याप्त है। सनातन धर्म का भौ...

क्या है शंख की विशेषता
सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति पूरी तरह वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित है। हमारी कोशिश है कि आप भारतीय संस्कृति के बारे में ना केवल जानें, बल्कि उसके तार्क...

पंच-पर्व दीपावली का सांस्कृतिक-आध्यात्मिक माहात्म्य
वेदों-पुराणों की सर्जक भारत भूमि सनातन काल से ही पर्व प्रिय रही है। पर्व का आशय पोर अथवा गाँठ से भी होता है। जैसे बांस एवं गन्ने में एक-एक गाँठ पड़ती ज...

तुलसी की महिमा
तुलसी मात्र एक पौधा नहीं बल्कि भारतीय सनातनी हिंदू परंपरा के पूर्ण रुप से वैज्ञानिक होने का प्रमाण भी है। आधुनिक विज्ञान ने अब स्वीकार किया है। कि तुल...

पितृपक्ष का दिव्य संदेश
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने पितृपक्ष के अवसर पर संदेश देते हुये कहा कि श्राद्ध भारत की अर्पण, तर्पण और समर्पण की संस्कृति ...