कहते तो सब यही है- ‘बाकी सब झूठ है, सच केवल रोटी है।’ लेकिन इस बड़े सच रोटी यानी पेट भरने की खाद्य-सामग्री को मिलावट के कारण दूषित एवं जानलेवा क...

भुखमरी एवं अभाव में भारत का अग्रणी होना!
एक तरफ भारत को दुनिया में एक उभरती आर्थिक महाशक्ति के रूप में देखा जा रहा है और दूसरी तरफ सबसे ज्यादा भूखे लोगों के देश के रूप में इसकी गिनती होती है।...

हिंसा से बढ़ता सामाजिक अलगाव एवं अकेलापन
आज देश ही नहीं, दुनिया में हिंसा, युद्ध एवं आक्रामकता का बोलबाला है। जब इस तरह की अमानवीय एवं क्रूर स्थितियां समग्रता से होती है तो उसका समाधान भी समग...

जादू-टोना की क्रूरताएं कब तक?
ओडीशा के गंजाम जिले के कुछ अंधविश्वासी लोगों ने वहां के छह बुजुर्ग व्यक्तियों के साथ जिस तरह का बर्ताव किया, उससे एक बार फिर यही पता चलता है कि हम शिक...

रोबोटिक समाज की ओर
हाल ही में जर्नल ऑफ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केअर की एक रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर 2011 से 2017 तक दुनिया भर में सेल्फी लेते समय 259 लोगों की मौत हु...

रेव पार्टियों के नशे में भेंट चढ़ती युवा पीढ़ी
दिल्ली के युवा वर्ग में रेव पार्टियों का बढ़ता प्रचलन गंभीर चिंता का विषय है, एक त्रासदी है, विडम्बना है। ऐसे बहुत से गिरोह सक्रिय हैं जो दिल्ली के यु...

ट्रिपल तलाक आस्था नहीं, अधिकारों की लड़ाई है
राज्यसभा से ट्रिपल तलाक पर रोक लगाने का बिल पारित होना ना सिर्फ मोदी सरकार की राजनैतिक इच्छाशक्ति की ऐतिहासिक विजय है बल्कि 30 जुलाई 2019 की तारीख भा...

विवाह से पूर्व एच.आई.वी. टेस्ट अनिवार्य हो
मानव शरीर की जीवनशक्ति हर प्रकार से एक दैविकशक्ति है। परन्तु अक्सर लोग उस दैविक शक्ति को समझने और उसके सहारे सदैव स्वस्थ रहने की परम्पराओं का अनुसरण न...

करना होगा ऐसे दरिंदों का सामाजिक बहिष्कार
हर आंख नम है हर शख्स शर्मिंदा है क्योंकि आज मानवता शर्मसार है इंसानियत लहूलुहान है। एक वो दौर था जब नर में नारायण का वास था लेकिन आज उस नर पर पिशाच हा...

यौन उत्पीडऩ के आरोप उपजे सवालों के हल क्या?
सुप्रीम कोर्ट की एक पूर्व सहायिका के भारत के मुख्य न्यायाधीश पर यौन उत्पीडऩ के आरोप लगाने के बाद अन्य न्यायाधीशों ने महिला सहायकों की जगह आवासीय दफ्तर...